Gwalior News : मध्य प्रदेश में आज से “मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान-द्वितीय चरण” शुरू हो गया, ये 10 मई से 31 माई तक चलेगा, अभियान के तहत पूरे प्रदेश की तरह ही ग्वालियर जिले में नगरीय निकायों और ग्राम पंचायतों में शिविर आयोजित किये जा रहे हैं, इन शिविरों में 67 योजनाओं का लाभ जिले के लोगों को मिलेगा इसके अतिरिक्त ग्वालियर जिला प्रशासन ने शिविरों में जन्म एवं मृत्यु प्रमाणपत्र भी बनवाने की सुविधा दी है।
कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने किया शिविरों का निरीक्षण
कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान-द्वितीय चरण के पहले दिन यानि बुधवार को जनपद पंचायत घाटीगाँव की ग्राम पंचायत तालपुरा एवं ग्वालियर शहर में आमखो स्थित जोन कार्यालय में लगाए गए शिविरों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने शिविर में प्राप्त आवेदनों को पंजीबद्ध करने के लिये रखे गए रजिस्टर देखे। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन शिविरों के माध्यम से आम जन को सरकार की मंशा के अनुरूप बिना कठिनाई के सेवाएँ उपलब्ध कराएँ। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान भू-अभिलेखों में बेवा व नाबालिग शब्द हटाने का काम प्रमुखता से किया जाए।
घर घर जाकर प्राप्त करें जन्म व मृत्यु प्रमाण-पत्र बनाने के लिये आवेदन
कलेक्टर ने कहा कि जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाने के लिएलोगों को भटकना पड़ता है लेकिन प्रशासन ने फैसला लिया है कि इन शिविरों में जन्म – मृत्यु प्रमाणपत्र बनाये जायेंगे इसलिए घर-घर संपर्क कर जन्म व मृत्यु प्रमाण-पत्र बनाने के लिये आवेदन प्राप्त करें। प्रयास ऐसे हों कि किसी भी व्यक्ति को अपने काम के लिये बार-बार भटकना न पड़े।
बी-1 की तरह करें सीएम हैल्पलाइन की शिकायतों का वाचन
कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने यह भी निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान – द्वितीय चरण के तहत लगाए जा रहे शिविरों में खसरा व बी-1 की तरह सीएम हैल्पलाइन की शिकायतों का वाचन करें। साथ ही सभी के सामने निराकरण भी किया जाए। उन्होंने इन शिविरों में खसरा-खतौनी व बी-1 की नकलें प्रदाय करने के निर्देश भी दिए।
डीबीटी के लिए बहनों को फोन करके बुलाएँ
कलेक्टर ने बुधवार को ग्राम सौजना के यूनियन बैंक में पहुँचकर मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के तहत किए जा रहे डीबीटी कार्य का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिए कि इस काम को पूरी गंभीरता व संवेदनशीलता के साथ अंजाम दें। डीबीटी के लिये महिलाओं को टेलीफोन करके भी बुलाया जाए। श्री सिंह ने ग्राम पंचायत सचिव, ग्राम सहायक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका सहित अन्य मैदानी अधिकारियों को भी घर-घर संपर्क कर महिलाओं को डीबीटी के लिये बुलाने के निर्देश दिए।
ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट