चीनौर तहसील के ग्राम बनवार में आयोजित हुए जिला स्तरीय सुशासन शिविर में ग्राम बनवार के निवासियों ने पटवारी द्वारा राजस्व से संबंधित कामों के निराकरण के लिए पैसे मांगने की शिकायत की। इसी तरह ग्राम अमरौल व हिम्मतगढ़ से आए किसानों का कहना था कि हमारे यहाँ के पटवारी द्वारा फौती नामांतरण नहीं किए जा रहे हैं और न ही बी-1 का वाचन किया जाता है। कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने मौके पर ही इन शिकायतों की जांच कराई और शिकायत के तथ्य सही पाए जाने पर तीनों पटवारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश भितरवार के अनुविभागीय राजस्व अधिकारी से जारी कराए।
एक पटवारी निलंबित, दो को वेतन वृद्धियां रोकी
कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने शिविर में ही ग्राम बनवार के पटवारी हीरा सिंह कुर्रे के निलंबन और ग्राम अमरौल के पटवारी अतुल सिंह व हिम्मतगढ़ के पटवारी शशिकांत शर्मा की पांच – पांच वार्षिक वेतन वृद्धियां रोकने के आदेश जारी कराए। साथ ही निलंबित पटवारी के खिलाफ पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज करने के निर्देश भी दिए।
सामाजिक सुरक्षा पेंशन मंजूर, बीपीएल सूची में नाम जुड़ा
राज्य शासन के दिशा-निर्देशों के तहत बनवार में कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह की मौजूदगी में आयोजित हुए इस सुशासन शिविर में कई ऐसी जन समस्याओं का मौके पर ही निराकरण किया गया, जिनके लिये लोग लंबे अर्से से परेशान थे। शिविर में मौके पर ही पांच नामांकरण आदेश जारी किए गए। इसी तरह चार पात्र परिवारों के नाम बीपीएल सूची में जोड़े गए तो पांच जरूरतमंदों के लिए सामाजिक सुरक्षा पेंशन मंजूर की गई। तीन हितग्राहियों की खाद्यान्न पर्ची बनाई गई तो भवन एवं संनिर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल के तहत 13 हितग्राहियों के कार्ड बनाए गए। कर्मकार कल्याण मण्डल के कार्ड बनने से ये हितग्राही अब शासन की कई योजनाओं का लाभ पाने के हकदार बन गए हैं। शिविर में इसके अलावा आयुष्मान कार्ड व लाडली लक्ष्मी प्रमाण-पत्र सहित अन्य सेवायें भी ग्रामीण जनों को मौके पर ही मुहैया कराई गईं। सुशासन शिविर में बनवार सहित आस-पास के गांवों के लगभग 700 ग्रामीणों ने भाग लिया। शिविर में प्राप्त 214 आवेदनों में से 80 आवेदनों का मौके पर ही निराकरण किया गया।
सड़कें खोदकर डालने वाले ठेकेदार के खिलाफ कराई एफआईआर
बनवार में आयोजित हुए जिला स्तरीय सुशासन शिविर में बनवार व हिम्मतगढ़ के लोगों द्वारा शिकायत की गई कि पाइप लाइन डालने के नाम पर पूरे गांव की सड़कें खोदकर डाल दी गई हैं, जिससे हम सबको बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने शिविर में मौजूद कार्यपालन यंत्री पीएचई को संबंधित ठेकेदार व उपयंत्री के खिलाफ पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। साथ ही स्पष्ट रूप से ताकीद किया कि जल्द से जल्द जल-जीवन मिशन के तहत पाइप लाइन डालकर खोदी गईं सड़कों को दुरूस्त कर मूल रूप में लाएँ। अन्यथा सख्त कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जल जीवन मिशन के प्रावधानों के तहत उतनी ही सड़क की खुदाई की जाए, जितनी लाइन समय सीमा में डाली जा सकती है। अनावश्यक सड़क खोदने की प्रवृत्ति कदापि बर्दाश्त नहीं होगी।