ग्वालियर, अतुल सक्सेना। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह के खिलाफ भाजपा ने ग्वालियर एसपी को एक शिकायती आवेदन दिया है। आवेदन में कहा गया है दिग्विजय सिंह ने सस्ती और नकारात्मक राजनीति के चलते अपने ट्विटर एकाउंट पर हाथरस की पीड़िता की फोटो डालकर उसकी पहचान उजागर करते हुए अपराध किया है। इसलिए उनके खिलाफ मामला पंजीबद्ध किया जाए।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में बालिका के साथ हुई हृदय विदारक घटना के बाद से देश सदमे और गुस्से में हैं। देश का हर संजीदा व्यक्ति पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग के साथ दरिंदों को फांसी देने की मांग कर रहा है। उधर विपक्षी दल भी अपने तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी क्रम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राज्य सभा सदस्य एवं मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपने अधिकृत ट्विटर एकाउंट पर पीड़िता की फोटो के साथ एक पोस्ट डाली है जिसमें योगी आदित्यनाथ से इस्तीफा मांगते हुए लिखा गया है कि “जुबा एक बेटी की कटी और गूंगा पूरा देश हो गया।” इस पोस्ट में दिग्विजय सिंह ने जो दो फोटो लगाई है उसी पर आपत्ति जताते हुए भाजपा आईटी एवं सोशल मीडिया विभाग के प्रदेश संयोजक ने ग्वालियर पुलिस अधीक्षक को शिकायती आवेदन दिया है।
धारा 228(क) और धारा 420 के तहत मामला दर्ज करने की मांग
पुलिस अधीक्षक अमित सांघी को दिया शिकायती आवेदन में भाजपा आईटी एवं सोशल मीडिया विभाग के प्रदेश संयोजक शिवराज सिंह डाबी ने कहा है कि हाथरस में बच्ची के साथ हुई हृदय विदारक घटनाक्रम में उसके साथ सामूहिक बलात्कार की बात भी कही जा रही है, उसकी मृत्यु भी हो चुकी है। ऐसे अपराधों में पीड़िता की पहचान उजागर न करने के संबंध में भारतीय दंड संहिता की धारा 228(क) के तहत स्पष्ट प्रावधान होकर ये कृत्य गंभीर आपराध है। पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राज्य सभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने अपने अधिकृत ट्विटर एकाउंट पर आज एक अक्टूबर को एक पोस्ट डाली है जिसमें हाथरस की बालिका को चिन्हित कर उस पीड़िता को फोटो सहित डालकर सार्वजनिक किया गया है। दिग्विजय सिंह ने डाली गई पोस्ट में बालिका का जो साधारण फोटो डाला है वह फोटो हाथरस की मृतका की ना होकर चंडीगढ़ की एक बालिका का है, जिसकी मृत्यु दो साल पहले हो चुकी है। उसके संबंध में चंडीगढ़ की बालिका के पिता ने भी शिकायत दर्ज कराई है कि मुझे उक्त फोटो की जानकारी मीडिया के माध्यम से प्राप्त हुई है। इस हिसाब से दिग्विजय सिंह द्वारा चंडीगढ़ की मृतका का फोटो हाथरस की मृतका का दूसरा फोटो बताकर पोस्ट किया गया है, उनका ये कृत्य धारा 420 के तहत दंडनीय आपराध की श्रेणि में आता हैं। साथ ही दिग्विजय सिंह द्वारा मृतका की पहचान उजागर करने का कृत्य धारा 228(क) के तहत दंडनीय आपराध की श्रेणि में आता है।
सस्ती और नकारात्मक राजनीति करने के आरोप
भाजपा नेता शिवराज सिंह डाबी ने आवेदन में कहा कि दिग्विजय सिंह जैसे पढ़े लिखे व्यक्ति द्वारा मात्र नकारात्मक राजनीति करने के उद्देश्य से ये कृत्य किया गया और मृतका की पहचान उजागर की जो एक दंडनीय आपराध है। उनके द्वारा यह कृत्य मात्र सस्ती राजनीति के तहत किया जाकर पीड़िता और उसके परिवार की छवि खराब करने और गोपनीयता भंग करने का काम किया गया है जो एक गंभीर आपराध है। जबकि इस मामले में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा SIT का गठन कर जांच शुरू कर दी गई है। अतः आपसे निवेदन गई कि दिग्विजय सिंह के खिलाफ आपराध पंजीबद्ध किया जाए।