पुरानी रंजिश के चलते तीन दोस्तों ने दिन दहाड़े चाकू मारकर बीच सड़क पर की हत्या, आरोपी फरार, इनाम घोषित

एसपी राकेश कुमार सगर ने घटना की जाँच कर आरोपियों की शीघ्र गिरफ़्तारी के आदेश दिए हैं साथ ही उन्होंने फरार आरोपियों के विरुद्ध 10 - 10 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया है, उन्होंने कहा कि जल्दी ही तीनों आरोपी गिरफ्तार कर लिए जायेंगे। 

Atul Saxena
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Gwalior News : ग्वालियर में दिन दहाड़े बीच सड़क पर हत्या का मामला सामने आया है, घटना को तीन दोस्तों ने अंजाम दिया है, हत्या की वजह पुरानी रंजिश बताई जा रही है, घटना के बाद आरोपी फरार हो गए है, एसपी ने आरोपियों  की गिरफ़्तारी पर 10 – 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है।

हजीरा थाना क्षेत्र के गदाईपुरा मोहल्ले में आज शनिवार को दिन में उस समय दहशत फ़ैल गई जब तीन युवकों ने एक युवक से मारपीट शुरू कर दी और उसपर चाकू से हमला कर दिया, युवक जब लहुलुहान होकर गिर पड़ा तब उसे मरणासन्न हालत में छोड़कर युवक भाग निकले।

चाकू से किये ताबड़तोड़ हमले 

खास बात ये है कि पूरा घटनाक्रम मृतक युवक ऋतिक वर्मा के घर के पास का ही है वो दिन में जब घर से कुछ दूर पहुंचा ही था कि बाइक पर आये तीन युवकों ने उसपर ताबड़तोड़ हमले हमले शुरू कर दिए, स्थानीय लोगों ने घायल अवस्था में ऋतिक को अस्पताल पहुंचाया लेकिन डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया, गहरे घाव और ज्यादा खून बह जाने से ऋतिक की मौत हो गई।

घटना स्थल से हत्या में प्रयुक्त चाकू और बाइक बरामद  

सूचना पर हजीरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जाँच पड़ताल शुरू की तो उसे वहां हत्या में प्रयुक्त खून से सना चाकू और एक बाइक मिली जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया, जाँच में पता चला कि आरोपी तीनों युवक मृतक के पूर्व दोस्त हैं, इनके बीच कोई विवाद हुआ जिसके बाद से ऋतिक ने दोस्ती छोड़ दी थी।

एसपी ने फरार आरोपियों पर 10 – 10 हजार का इनाम घोषित किया 

एसपी राकेश कुमार सगर ने घटना की जाँच कर आरोपियों की शीघ्र गिरफ़्तारी के आदेश दिए हैं साथ ही उन्होंने फरार आरोपियों के विरुद्ध 10 – 10 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया है, उन्होंने कहा कि जल्दी ही तीनों आरोपी गिरफ्तार कर लिए जायेंगे।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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