Dabra News : बेखौफ अपराधी, बेसुध पुलिस

Atul Saxena
Published on -

डबरा, गौरव शर्मा। मध्य प्रदेश का धान का कटोरा माने जाने वाला डबरा (Dabra News) शहर मानो इस समय अपनी जान और शान की गुहाई आला अधिकारियों और नेताओं से कर रहा है। दोनों हाथ जोड़कर निवेदन कर रहा है कि “मुझे बचा लो”। पर शहर में आए दिन हो रहे अपराध और गुंडागर्दी को देखते हुए लग रहा है जैसे कि राजनेताओं और अधिकारियों ने शहर को किसी लावारिस बच्चे की तरह अपने हाल पर छोड़ दिया है।

हाल ही में शहर में जिस कदर आपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं वह साफ तौर पर पुलिस की अकर्मण्यता को दर्शा रही हैं और अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं इस ओर इशारा कर रही हैं।

ये भी पढ़ें – MP: सोमवार से फिर बदलेंगे मौसम के मिजाज, बूंदाबांदी के आसार, 24 जिलों में लू का अलर्ट, जानें मानसून पर अपडेट

बीते एक हफ्ते में हुई तीन वारदातें फिर भी पुलिस चुप

आपको बता दें, इस समय शहर में आलम यह है कि अपराधियों में हर तरह से पुलिस का खौफ खत्म हो चुका है। इस बात का अनुमान कल शहर के व्हाट्सएप ग्रुप पर वायरल हो रहे सीसीटीवी फुटेज को देखकर लगाया जा सकता है जिसमें दिनदहाड़े युवक बीच सड़क पर कट्टे से फायर करते हुए नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है यह मामला शहर के रामगढ़ क्षेत्र का है जहां दो पक्षों के विवाद के बाद यह स्थिति उत्पन्न हुई और युवक सरेआम कट्टा लेकर फायर करते हुए नजर आए। इसमें एक राहगीर को छर्रों की वजह से चोट भी आई। पर अभी तक पुलिस द्वारा कोई भी कार्यवाही सामने नहीं आई है।

Dabra News : बेखौफ अपराधी, बेसुध पुलिस

बेटियां सुरक्षित नहीं!

जहां एक ओर भारत के प्रधानमंत्री “बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ” के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं वही डबरा में बेटियां खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। घटना है तहसील रोड की जहां पर एक छात्रा जब कोचिंग पढ़ने के लिए अपनी स्कूटी से स्टेडियम ग्राउंड के पास से जा रही थी तब दो नकाबपोश बदमाशों ने उसकी स्कूटी बीच में रोककर छीनने की कोशिश की। युवती के अनुसार उनके पास धारदार हथियार भी था। पर युवती ने हिम्मत नहीं हारी और वहां से स्कूटी स्टार्ट कर कर भाग निकली। पर इस मामले में भी अब तक कोई नतीजा सामने नहीं आया है पुलिस से जब भी पूछा गया तो जवाब एक ही आया जांच पड़ताल चल रही है।

ये भी पढ़ें – आपको गर्मी बहुत सता रही है, IRCTC का ये टूर पैकेज प्लान कीजिये, फायदे में रहेंगे

लगातार बढ़ रहीं चोरी की घटनाएं

इतना ही नहीं इस समय शहर में चोरी की घटनाएं भी लगातार बढ़ती जा रही है। दो दिन पहले ही डबरा के बुजुर्ग इलाके में चोरों ने वारदात को अंजाम दिया जहां एक सूने घर के ताले चटका कर घर में रखे सामान पर हाथ साफ किए। चोरी की घटनाओं में भी पुलिस अभी केवल जांच पड़ताल ही कर रही है।

Dabra News : बेखौफ अपराधी, बेसुध पुलिस

Dabra News : बेखौफ अपराधी, बेसुध पुलिस

Dabra News : बेखौफ अपराधी, बेसुध पुलिस

आपको बता दें, ऐसे ही कुछ समय पहले भी सीसीटीवी सामने आए थे जहां साफ तौर बाइक सवार चेंज स्नैचिंग करते हुए नजर आए थे। इसके अलावा शहर के मुख्य मार्गों पर स्थित प्रतिष्ठित शोरूमों पर भी पिछले कई समय में चोरी की वारदातें हो चुकी हैं पर हमेशा की तरह इन मामलों में भी अभी तक पुलिस की जांच पड़ताल ही चल रही है।

कितना सुरक्षित है शहर?

बात करें शहर की सुरक्षा की तो मुख्य चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे किसी बेजान लाश की तरह लटके हुए हैं। कार्यवाही करने के लिए पुलिस द्वारा ज्यादातर निजी सीसीटीवी कैमरों का प्रयोग किया जाता है। या तो मुख्य चौराहों पर सीसीटीवी है तो वह बंद पड़े है और या फिर लगे ही नहीं है। यह बात देखकर साफ तौर पर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि शासन-प्रशासन को शहर की सुरक्षा की कितनी चिंता है?

ये भी पढ़ें – डीजल-पेट्रोल के बाद अब सीएनजी के दामों में बढ़ोतरी, कीमत की सूची जारी

गौरतलब है कि शहर में पुलिस की गश्त की तो बहुत ही कम जगह है जहां आपको पुलिस देखने मिलेगी। ऊषा कॉलोनी, कमलेश्वर कॉलोनी, संत कंवर राम स्कूल रोड, जोगिंदर रोड, तहसील रोड, बुजुर्ग रोड, जय स्तंभ पार्क रोड , यह सभी शहर के वो इलाके हैं जहां बच्चों की भीड़ का जमावड़ा कोचिंग की वजह से रहता है और लड़ाई झगड़े भी देखने को मिलते हैं पर जो यहां देखने को नहीं मिलता है वह है पुलिस की गश्त। तेज गति में मोटरसाइकिल पर मुंह बांधे बैठे हुए 3 लड़के मानो लगता है पुलिस को मुंह चिढ़ा कर निकल रहे हैं और कह रहे हैं कि “हिम्मत है तो हमें पकड़ कर दिखाओ”। ऐसे में बालिकाओं का खुद को असुरक्षित महसूस करना पूरी तरह जायज है।

अब देखना यह होगा कि लोगों के लगातार खोते हुए विश्वास को डबरा पुलिस किस हद तक वापस जीतने का प्रयास करेगी और प्रदेश पुलिस के संकल्प “देशभक्ति–जनसेवा” को कितना निभाएगी।


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News