ग्वालियर । जय किसान फसल ऋण माफी योजना के तहत किसानों से प्राप्त आवेदन एवं शिकायतों की जिला प्रशासन द्वारा तेजी से जाँच कराई जा रही है। साथ ही दोषी समिति प्रबंधकों एवं कर्मचारियों के खिलाफ पुलिस में एफआईआर भी दर्ज करने का काम भी जारी है। इस कड़ी में 8 प्राथमिक सहकारी समितियों के प्रबंधकों व अन्य दोषी कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।
कलेक्टर भरत यादव ने संबंधित अधिकारियों को हिदायत दी है कि किसानों के साथ धोखाधड़ी करने वाला कोई भी कर्मचारी बचना नहीं चाहिए। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में उप आयुक्त सहकारिता श्रीमती अनुभा सूद ने बताया कि डबरा विकासखण्ड के अंतर्गत प्राथमिक सहकारी संस्था इटायल, सिमिरियाताल व किटोरा के समिति प्रबंधकों व अन्य दोषी कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर कराई गई है। इसी तरह भितरवार विकासखण्ड की प्राथमिक सहकारी संस्था बनवार, चीनौर, करहिया व ईंटमा तथा मुरार विकासखण्ड की टिहोली संस्था के दोषी कर्मचारियों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज करने की कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि इन संस्थाओं के अलावा डबरा की झाड़ौली व मेहगांव सहित अन्य संस्थाओं के दोषी कर्मचारियों व व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की कार्रवाई जारी है। गौरतलब है जय किसान फसल ऋण माफी योजना तथा फर्जी कृषि ऋण के संबंध में हजारों की संख्या में शिकायतें प्रशासन को प्राप्त हुई थी हजारों की संख्या में किसान ऐसे थे जिनके नाम पर फर्जी लोन निकालकर कर उन्ह्र्ण कर्जदार बना दिया गया था उसके बाद प्रशासन ने शिकायतें दर्ज कराने के लिए ग्वालियर में उप आयुक्त सहकारिता के कार्यालय में एक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। साथ ही जय किसान फसल ऋण माफी योजना के तहत किसानों द्वारा भरे गए गुलाबी फार्म की जाँच कर और जवाबदेही निर्धारित कर कार्रवाई की जा रही है।