अग्निकांड: जांबाज युवक का निगम ने किया सम्मान, नौकरी का ऑफर मिलने पर कहा-‘जहां हूं वहीं ठीक हूं’

ग्वालियर। अतुल सक्सेना| Gwalior News शहर के गोयल परिवार के साथ हुए हादसे को शहरवासी चार दिन बाद भी भुला नहीं पाया है लेकिन एक बात और है जिसकी चर्चा भी शहर में थमी नहीं है वो है एक युवक की जांबाजी, जिसने अपनी जान की परवाह किये बिना आग में छलांग लगा दी। उसने बिना किसी संसाधन के लपटों के बीच से एक मासूम को जिंदा बचा लिया। नगर निगम ने गुरुवार को इस युवक का सम्मान किया और अपने यहाँ आउट सोर्स कर्मचारी के रूप में नौकरी का ऑफर दिया। हालांकि युवक ने ऑफर ठुकरा दिया और कहा कि मैं जहाँ हूँ वहीं ठीक हूँ।

हम जिस जांबाज युवक की बात कर रहे हैं उसका नाम है महेश बाथम। चार दिन पहले तक महेश बाथम की पहचान एक सीमेंट की दुकान पर काम करने वाले ड्रायवर के रूप में थी। लेकिन सोमवार को गोयल पेंट हाउस में लगी भीषण आग में जिस तरह से महेश ने दिलेरी दिखाई और अपनी जान की बाजी लगाकर आग की लपटों में बिना कुछ सोचे समझे कूद गया उसने ना सिर्फ आग बुझाने में बड़ी भूमिका निभाई बल्कि एक मासूम गौरवी को भी आग की लपटों में से जिंदा खींच लाया। उसके इसी साहस ने उसे सामान्य से खास बना दिया। हालांकि इस हादसे में गोयल परिवार के सात सदस्यों की जान चली गई। जिनमें तीन मासूम और चार महिलाएं शामिल हैं। गुरुवार को नगर निगम आयुक्त संदीप माकिन ने बाल भवन नगर निगम कार्यालय में महेश बाथम का शॉल, श्रीफल, प्रशस्ति पत्र और 5100 रुपये राशि देकर सम्मानित किया। आयुक्त ने इस मौके पर महेश को आउट सोर्स कर्मचारी के रूप में निगम में नौकरी करने का ऑफर भी दिया । निगम आयुक्त ने कहा कि महेश ने जिस जांबाजी से आग में घुसकर बच्ची की जान बचाई वो सच में साहस का काम है और हम उनके साहस को सलाम करते है, निगम ऐसे साहसी व्यक्ति को अपने यहाँ नौकरी ऑफर कर रहा है।


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न्यूज डेस्क, Mp Breaking News

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