भिंड कलेक्टर के खिलाफ गोविंद सिंह ने खोला मोर्चा, रेत के अवैध उत्खनन को संरक्षण देने के लगाये आरोप

गोविंद सिंह ने कहा कि 10-10 किलोमीटर पर नदी में अवैध उत्खनन हो रहा है, कलेक्टर उन पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा, अवैध खनन से सिंध नदी का सफाया हो गया, प्रशासन द्वारा छोटी मोटी ट्रॉली को रोका जा रहा है, कहीं विकास कार्य चल रहा हैं निजी काम चल रहे हैं या प्रशासन के काम चल रहे हैं तो वहां प्रशासन रोक लगा रहा है।

Gwalior News, Dr Govind Singh

Gwalior News : पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मंत्री डॉ गोविंद सिंह ने भिंड कलेक्टर पर रेत के अवैध उत्खनन को संरक्षण देने का गंभीर आरोप लगाया है, उन्होंने ग्वालियर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि भिंड कलेक्टर को रेत से भरे छोटे छोटे वाहन दिखाई देते हैं उन्हें हाईवा जैसे बड़े बड़े वाहन दिखाई नहीं देते जिससे स्पष्ट होता है कि उनके संरक्षण में ही अवैध उत्खनन हो रहा है।

दो दिन पहले भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव को भिंड में हो रहे अवैध रेत उत्खनन रोकने के लिए पत्र लिखने वाले दो गोविंद सिंह ने अब उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, कांग्रेस  नेता ने आरोप लगाया कि भिंड कलेक्टर के संरक्षण में ही अवैध उत्खनन चल रहा है, उन्होंने कहा कि अवैध कारोबारियों ने पूरी नदियां खोखली कर दी।

10-10 किलोमीटर पर नदी में अवैध उत्खनन

गोविंद सिंह ने कहा कि 10-10 किलोमीटर पर नदी में अवैध उत्खनन हो रहा है, कलेक्टर उन पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा, अवैध खनन से सिंध नदी का सफाया हो गया, प्रशासन द्वारा छोटी मोटी ट्रॉली को रोका जा रहा है, कहीं विकास कार्य चल रहा हैं निजी काम चल रहे हैं या प्रशासन के काम चल रहे हैं तो वहां प्रशासन रोक लगा रहा है।

हाईवा को राज्य के बाहर जाने की छूट, छोटे वाहनों पर निगाह  

लेकिन जो बड़े-बड़े ट्रक 20-20 चक्के वाले हाईवा को आसानी से उत्तर प्रदेश और बाहर जाने की छूट दी जा रही है, गोविंद सिंह ने कहा कि  अगर कोई सड़क बन रहा है तो उसको पकड़ा जा रहा है, इसलिए हमारा कलेक्टर पर ये ही आरोप है जिला प्रशासन के संरक्षण में अवैध खनन हो रहा है, जिसपर एक्शन होना चाहिए।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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