ग्वालियर । नगर निगम के बाल भवन में मंगलवार को आयोजित अमृत परियोजना के कार्यों की समीक्षा बैठक में खुदी सड़क के गड्ढे में हुई युवक की मौत का मामला भी उठा। बैठक में मौजूद अधिकारियों को चेतावनी देते हुए प्रदेश के खाद्य मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि अमृत परियोजना के तहत शहर में सीवर एवं पानी की लाइन डालने के जो कार्य किए जा रहे हैं, उसमें सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए जाएं। लापरवाही के कारण कोई भी दुर्घटना घटती है तो संबंधित एजेन्सी के विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई की जाए। सीवर एवं पानी की लाइन डालने का कार्य नियमानुसार और गुणवत्ता के साथ हो यह भी सुनिश्चित किया जाए।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि शहर में अमृत परियोजना के तहत सीवर एवं पानी की लाइन बिछाने हेतु जो खुदाई का कार्य किया जा रहा है उसमें सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए जाएं। गत दिनों हुई दुर्घटना को हम सबको गंभीरता से लेना चाहिए। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि सीवर लाइन डालने के समय लेवलिंग का विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। सीवर चेम्बर निर्माण का कार्य पूर्ण गुणवत्ता से हो, यह अधिकारी सुनिश्चित करें। बैठक में यह तय किया गया कि अमृत परियोजना के तहत सीवर लाइन डालने तथा चेम्बर निर्माण कार्य की थर्ड पार्टी से भी परीक्षण कराया जाए। इसके लिए दोनों ही कार्यों हेतु एक-दो स्थान निर्धारित किए जायेंगे। निर्धारित स्थलों की थर्ड पार्टी से भी जाँच कराई जायेगी। श्री तोमर ने बैठक में यह भी निर्देशित किया कि गंदे पानी की शिकायत नहीं मिलना चाहिए। इसके लिए रणनीति बनाकर कार्य किया जाए। गंदे पानी की शिकायत के निवारण हेतु अगर आवश्यकता हो तो मजदूरी के रूप में लोगों को भी बढ़ाया जाए। जिन क्षेत्र में गंदे पानी की शिकायत है, वहाँ पर तत्काल कार्य प्रारंभ कर शिकायत का निवारण किया जाए। सीवर समस्या के निदान के लिए भी प्रभावी कार्रवाई की जाए। श्री तोमर ने यह भी निर्देशित किया कि सीवर सफाई के कार्य के लिए कार्यक्रम तय कर अभियान के रूप में कार्य किया जाए।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह त���मर ने यह भी निर्देशित किया कि अमृत परियोजना के तहत जो भी निर्माण एजेन्सियां कार्य कर रही हैं, उनकी जिम्मेदारी तय की जाए, ताकि कार्य पूर्ण गुणवत्ता और समय-सीमा में हो सके। कार्यों में लापरवाही पाए जाने पर संबंधित एजेन्सी के विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई भी की जाए। समीक्षा बैठक में नगर निगम आयुक्त विनोद शर्मा, नेता प्रतिपक्ष कृष्णराव दीक्षित, अमृत परियोजना के नोडल अधिकारी आरएलएस मौर्य, सीवर परियोजना के प्रभारी रामू शुक्ला सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।