आंगनबाड़ी में हुआ दादी-नानियों का सम्मान, ग्वालियर जिले में “शक्ति अभिनंदन अभियान” के तहत आयोजित हो रहे कार्यक्रम  

अभियान के तहत 10 अक्टूबर को सायबर सिक्योरिटी व सोशल मीडिया सिक्योरिटी पर शिक्षण संस्थाओं में प्रशिक्षण कार्यक्रम होंगे। इसी तरह 11 अक्टूबर को पुलिस थानों में महिला सुरक्षा के लिये शक्ति संवाद प्रस्तावित है। 

Atul Saxena
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Grandmothers honored in Anganwadi

Gwalior News : ग्वालियर जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों पर शनिवार को अलग ही खुशियों का माहौल था। आंगनबाड़ियों में इस दिन दादी-नानी सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर दादी व नानियों का श्रीफल व पुष्पाहारों से आत्मीय अभिनंदन किया गया। साथ ही सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिये संचालित योजनाओं की जानकारी भी दी गई। यह आयोजन सरकार द्वारा महिलाओं एवं बालिकाओं के सशक्तिकरण के लिए चलाए जा रहे “शक्ति अभिनंदन अभियान” के तहत किया गया।

शनिवार को “शक्ति अभिनंदन अभियान” के तहत कलेक्ट्रेट में महिलाओं के साथ संवाद कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया। इस अवसर पर में रोजगार, व्यापार व उद्यमिता में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर सार्थक संवाद हुआ। संवाद के दौरान जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक के एस सोलंकी सहित अन्य अधिकारियों ने प्रतिभागी महिलाओं को उद्यम स्थापित करने की बारीकियाँ बताईं। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास धीरेन्द्र सिंह जादौन ने भी महिलाओं को स्वरोजगार के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिये उपयोगी जानकारी दी।

7 और 8 अक्टूबर को ये कार्यक्रम प्रस्तावित 

जिला कार्यक्रम अधिकारी जादौन ने बताया कि “शक्ति अभिनंदन अभियान” के तहत 7 अक्टूबर को बालिकाओं के प्रशिक्षण के लिये सशक्त वाहिनी पंजीयन एवं पंचायत व वार्ड स्तर पर सेफ्टी वॉक का आयोजन किया जायेगा।  8 अक्टूबर को विद्यालय व स्वास्थ्य केन्द्रों में मानसिक स्वास्थ्य संवेदीकरण कार्यक्रम और विकास में महिला भागीदारी पर परिचर्चा का आयोजन होगा।

9 अक्टूबर को लिकाओं द्वारा Martial arts का प्रदर्शन होगा

इसी क्रम में 9 अक्टूबर को बालिकाओं द्वारा मार्शल आर्ट प्रदर्शन व सकारात्मक पुलिस भागीदारी पर चर्चा एवं महिला सुरक्षा वातावरण निर्माण के लिये शपथ दिलाई जायेगी। अभियान के तहत 10 अक्टूबर को सायबर सिक्योरिटी व सोशल मीडिया सिक्योरिटी पर शिक्षण संस्थाओं में प्रशिक्षण कार्यक्रम होंगे। इसी तरह 11 अक्टूबर को पुलिस थानों में महिला सुरक्षा के लिये शक्ति संवाद प्रस्तावित है।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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