Gwalior Crime News : क्राइम ब्रांच और मुरार थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुए दो ऐसे शातिर चोरों (नकबजन) को गिरफ्तार किया है जो सूने घरों को निशाना बनाकर चोरियां करते थे, पूछताछ में आरोपियों ने अलग अलग थाना क्षेत्रों के छह चोरियां करना स्वीकार किया है। पुलिस ने आरोपियों से करीब दो लाख रुपये के सोने-चांदी के जेवरात बरामद किये हैं।
दरअसल मुरार थाना क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों में हुई अलग अलग जगह चोरी की घटनाओं के आरोपियों की तलाश पुलिस कर रही थी, इसी बीच एसपी अमित सांघी को मुखबिर ने सूचना दी कि इन घटनाओं में शामिल आरोपियों को गुलाबपुरी क्षेत्र में देखा गया है।
Continue Reading
मुखबिर की सूचना के बाद एसपी ने एडिशनल एसपी राजेश दण्डोतिया ने सीएसपी मुरार/डीएसपी क्राइम ऋ़षिकेश मीणा के मार्गदर्शन में टी आई क्राइम ब्रांच निरीक्षक दामोदर गुप्ता एवं टी आई मुरार शैलेन्द्र भार्गव के नेतृत्व में दोनों थानों की संयुक्त टीम को मुखबिर के बताये स्थान 17 बीघा गुलाबपुरी भेजा गया।
पुलिस जब गुलाबपुरी पहुंची तो एक संदिग्ध व्यक्ति एक मकान के बाहर खड़ा दिखा जिसने पुलिस को देखकर मौके से भागने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने घेराबंदी कर उसे मौके पर ही पकड़ लिया। पूछताछ करने पर उसने थाना मुरार क्षेत्र के गुलाबपुरी, त्यागी नगर तथा गेरूआ बंगला क्षेत्र के तीन घरों में अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर चोरी करना स्वीकार किया। पुलिस ने इसके एक अन्य साथी को भी दुल्लपुर से हिरासत में ले लिया।
पकड़े गये दोनों शातिर चोरों से अलग अलग पूछताछ करने पर दोनों के द्वारा थाना मुरार क्षेत्र के तीन, थाना गोले का मन्दिर क्षेत्र के दो तथा थाना थाटीपुर क्षेत्र के एक घर से चोरी करना स्वीकार किया। पकड़े गये दोनों शातिर नकबजनों की निशानदेही पर चोरी गया माल जिसमें सोने चांदी के जेवरात बरामद किये गये। जिसकी कीमत करीब दो लाख रुपये है इस प्रकार पकड़े गये दोनों शातिर नकबजनों से पुलिस ने कुल 06 चोरियों का खुलासा किया। पकड़े गये शातिर चोरों के खिलाफ थाना थाटीपुर, मुरार व थाना सिरोल में पूर्व के आपराधिक रिकॉर्ड हैं।
About Author
Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....