ग्वालियर। हॉकी इंडिया ने शुक्रवार को स्पेन टूर पर जाने वाली 18 सदस्यीय भारतीय महिला हॉकी टीम की घोषणा कर दी। टीम की कप्तानी स्ट्राइकर रानी रामपाल को दी गई है जबकि गोलकीपर को उपकप्तान बनाया है। टीम में ग्वालियर की करिश्मा यादव को भी जगह मिली है।
जानकारी के अनुसार 24 जनवरी से 04 फरवरी तक चलने वाले स्पेन टूर में भारत स्पेन के साथ चार मैच खेलेगी और विश्व कप उपविजेता आयरलैंड के साथ दो मैच खेलेगी। भारतीय टीम में ग्वालियर की करिश्मा यादव के चयनित होने से ग्वालियर में उसके परिजन और कोच बहुत खुश हैं। करिश्मा यादव ने 2007 में दर्पण मिनी स्टेडियम से अपनी हॉकी की शुरुआत की। यहाँ एनआईएस कोच अविनाश भटनागर से करिश्मा ने हॉकी का ककहरा सीखा।
अविनाश भटनागर ने करिश्मा को हॉकी की बारीकियां सिखाएं और फिर थोड़े ही दिनों में कड़ी मेहनत से करिश्मा एक अच्छी खिलाडी बन गई फिर उसका चयन मप्र राज्य महिला हॉकी अकादमी ग्वालियर में हो गया जहाँ उसने वरिष्ठ हॉकी कोच परमजीत सिंह के माध्यम से अपनी हॉकी को निखारा। उसके बाद करिश्मा का चयन न्यूजीलैण्ड जाने वाली भारतीय टीम में हो गया और करिश्मा ग्वालियर की पहली अंतरराष्ट्रीय महिला हॉकी खिलाडी बन गईं। करिश्मा ने टीम को राष्ट्रीय स्तर पर कई बार गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मैडल दिलवाने में सराहनीय भूमिका निभाई जिसे देखते हुए मध्यप्रदेश सरकार ने 2015 में करिश्मा को प्रदेश का सर्वोच्च खेल पुरस्कार एकलव्य अवार्ड दिया। जिसे प्राप्त करते ही करिश्मा यादव मप्र की महिला हॉकी इतिहास की पहली एकलव्य अवार्डी बन गईं। थाटीपुर क्षेत्र के मेहरा गाँव में रहने वाली करिश्मा एक बहुत से साधारण परिवार से आती हैं लेकिन अपनी मेहनत और लगन से उनसे ना सिर्फ अपने परिवार और कोच का नाम रोशन किया है बल्कि शहर और प्रदेश का नाम भी रोशन किया है।