ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ग्वालियर को स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में टॉप रैंक दिलाने की कोशिश में जुटे नगर निगम के अधिकारी लोगों को प्रोत्साहित करने के साथ साथ सख्ती भी कर रहे हैं। सख्ती का उदाहरण शुक्रवार को उस समय सामने आया जब निरीक्षण के दौरा ननगर निगम की टीम को एक व्यक्ति सड़क पर कचरा फेंकता दिखाई दिया। निगम अफसरों ने उसकी वीडियो बनाई उसे पकड़ा और उसी से कचरा साफ कराया फिर उस व्यक्ति की दुकान के मालिक से 25,000 रुपये का जुर्माना भी वसूला। गलती का अहसास होने के बाद दुकान मालिक शर्मिंदा हुए और शहर को स्वच्छ रखने में सहयोग करने का वादा भी किया।
नगर निगम ग्वालियर के अपर आयुक्त मुकुल गुप्ता अपनी टीम के साथ शुक्रवार को स्वच्छता कार्यों के निरीक्षण के लिए शहर में निकले थे। नगर निगम की टीम जब पाटनकर बाजार चौराहे से निकल रही थी तभी उनकी नजर सार्वजनिक शौचालय के पास कचरा फैलाते एक व्यक्ति पर पड़ी। निगम की टीम ने उसकी वीडियो बनाई और उसे फटकार लगाते हुए पकड़ लिया। अपर आयुक्त ने जब उससे बात की तो व्यक्ति ने बताया कि वो चौराहे पर स्थित वृंदावन प्लाईवुड पर काम करता है और कचरा भी वहीं का है।
अपर आयुक्त मुकुल गुप्ता ने नाराज होते हुए उसी व्यक्ति से कचरा साफ कराया और दोबारा कभी सड़क पर कचरा नहीं फेंकने की हिदायत दी। फिर निगम अधिकारियों ने वृंदावन प्लाईवुड शोरूम के मालिक पर गंदगी फैलाने के लिए 25,000 रुपये का मौके पर ही जुर्माना लगाया। चूंकि वृंदावन प्लाईवुड के मालिक राम कुमार गोयल को कर्मचारी द्वारा फैलाई गई गंदगी की जानकारी नहीं थी फिर भी उन्होंने 25,000 रुपये का जुर्माना भरा और कर्मचारी की गलती पर अफसोस व्यक्त किया।
About Author
Amit Sengar
मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।
वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”