Gwalior News : फोनपे कस्टमर केयर अधिकारी बनकर 07 लाख रुपए से अधिक की धोखाधड़ी, आप रहें सावधान

शातिर ठग ने फरियादी को बातों में उलझाया और झांसे में लेकर स्क्रीन शेयरिंग का फीचर ओन करवाया फिर व्हाट्स वीडियो कॉल से बात कर उनसे उनके एकाउंट की रकम पूछी और फिर बातों में उलझाकर उनसे आईडी पासवर्ड पूछा और उनके पैसे अपने एकाउंट में ट्रांसफर कर लिए।

Atul Saxena
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Crime Branch Gwalior

Gwalior News : साइबर ठगी की बढ़ती घटनाओं में सबसे ज्यादा जरूरत सावधान रहने की है पुलिस भी बार बार ऐसे ठगों से सावधान रहने की अपील करती है लेकिन शातिर साइबर ठग लोगों को अपनी बातों में फंसा ही लेते हैं लेकिन अब इन घटनाओं में बड़ी बात ये हो गई है कि गूगल से भी फर्जी नंबर कस्टमर को बताये जा रहे हैं जिसके जाल में लोग फंस कर लाखों रुपये गंवा रहे हैं, ताजा मामला ग्वालियर का है, पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है।

गूगल से मिले कस्टमर केयर नंबर से 7 लाख से ज्यादा की ठगी  

जानकारी के मुताबिक थाटीपुर थाना क्षेत्र में रहने वाले एक व्यक्ति ने क्राइम ब्रांच थाने में उनके साथ हुई साइबर ठगी की शिकायत की , जिसमें फरियादी ने बताया कि उसके फोपपे में कुछ तकनीकी परेशानी आ रही थी इसलिए उसने गूगल से फोन पे कस्टमर केयर का नंबर लेकर वहां बात की और कस्टमर केयर अधिकारी बनकर जिस व्यक्ति ने जैसा कहा उसने वैसा किया और फिर उसका बैंक एकाउंट खाली हो गया उसके एकाउंट से 7 लाख 20 हजार रुपये की राशि निकल गए।

 ऐसे लिया झांसे में, पुलिस ने मामला दर्ज किया

सीएसपी अशोक सिंह जादौन ने बताया कि शातिर ठग ने फरियादी को बातों में उलझाया और झांसे में लेकर स्क्रीन शेयरिंग का फीचर ओन करवाया फिर व्हाट्स वीडियो कॉल से बात कर उनसे उनके एकाउंट की रकम पूछी और फिर बातों में उलझाकर उनसे आईडी पासवर्ड पूछा और उनके पैसे अपने एकाउंट में ट्रांसफर कर लिए, उन्होंने कहा कि पुलिस ने इसमें धोखाधड़ी और आईटी एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज किया है, पुलिस जल्दी ही उस एकाउंट का पता लगा लेगी जिसमें ट्रांजिक्शन हुआ है और शातिर साइबर ठग को भी पकड़ लेंगे।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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