Gwalior News : पूर्व DGP सुरेन्द्र सिंह यादव की नातिन अक्षया यादव की हत्या की चश्मदीद गवाह उसके सहेली सोनाक्षी शर्मा की माँ करुणा शर्मा पर पिछले दिनों फायरिंग करने वाले पांचों आरोपी अब पुलिस गिरफ्त में आ चुके हैं, तीन आरोपियों को पुलिस ने कल दिन में पकड़ लिया था जिसका खुलासा पुलिस ने कल शाम किया फिसर शेष दो अन्य आरोपियों को रात को पकड़ लिया, पुलिस आज इन्हें जुलूस की शक्ल में पैदल घटनास्थल तक लेकर गई और साक्ष्य इकट्ठा करने का प्रयास किया।
आरोपियों का जुलूस निकालकर पुलिस ले गई घटनास्थल तक!
माधौगंज थाना पुलिस आज तीन आरोपियों को पैदल लेकर घटना स्थल के पास गयी, आरोपियों ने पूछताछ में कुछ कपड़े जलाकर नाले में फेंकने की बात कही थी पुलिस ने आरोपियों के साथ घटनास्थल का मौका मुआयना किया , पुलिस ने आरोपियों से पूरे घटनाक्रम की बात की और फिर थाने वापस ले गई।
27 फरवरी की चश्मदीद गवाह की माँ पर चलाई थी गोली
आपको बता दें कि बीती 27 फरवरी की सुबह दो आरोपियों ने अक्षया हत्याकांड में चश्मदीद उसकी सहेली सोनाक्षी की माँ करुणा शर्मा को माधौगंज थाना क्षेत्र की 12 बीघा कालोनी में उस समय रोकर फायरिंग की जब वे अपने स्कूल के लिए घर से निकली थी, एक आरोपी ने करुणा को रोकर उन्हें धमकी दी कि गवाही नहीं देना वर्ना अच्छा नहीं होगा, दूसरा आरोपी स्पलेंडर बैक स्टार्ट किये खड़ा रहा , आरोपी ने दो फायर किये और बाइक पर बैठकर भाग गए।
पुलिस ने सभी पांचों आरोपियों को गिरफ्तार किया
मामला पूर्व डीजीपी की नातिन का होने और बीच चौराहे पर एक लड़की की हत्या का होने से सनसनीखेज था, आईजी, डीआईजी ने पुलिस को तत्काल आरोपियों की गिरफ़्तारी के दिए, एसपी राजेश सिंह चंदेल ने माधौगंज थाने और क्राइम ब्रांच थाने की संयुक्त टीम बनाई और फिर सीसीटीवी फुटेज , बाइक के नंबर सहित अन्य तकनीकी साक्ष्य की मदद से आरोपियों तक पहुंच गई।
ये पांच आरोपी शामिल थे इस घटनाक्रम में
पूछताछ में पता चला कि करुणा शर्मा पर गोली तुषार तिवारी ने चलाई थी और गुलशन भास्कर बाइक पर उसे लेकर भाग गया, इस साजिश में तीन अन्य आरोपी भी शामिल थे जिसमें से एक परख चौरसिया को पुलिस के इन दोनों के साथ कल शुक्रवार दिन में ही गिरफ्तार कर लिया था और रात तक गोलू पाठक और बेटू चौरसिया को भी गिरफ्तार कर लिया।
हत्याकांड में शामिल गैंग से दुश्मनी है इस गैंग की, नहीं चाहते जमानत मिले
पूछताछ में आरोपियों ने ये भी बताया था कि उनकी करुणा शर्मा या फिर उनके परिवार से कोई दुश्मनी है ना इस हत्याकांड से कोई लेनादेना बस उनकी दुश्मनी इस हत्याकांड में शामिल जेल में बंद दुश्मन गेंग सुमित – राजा के सदस्यों से है जिन्हें वे जेल से बाहर नहं आने देना चाहते यानि वे नहीं चाहते कि जेल में बंद अक्षया यादव हत्याकांड के आरोपियों की जमानत हो, इसलिए उन्होंने गोली चलाई जिससे शक उन्हीं पर जाये और नया केस बने फिर जमानत न हो सके, लेकिन अब ये आरोपी भी उसी जगह पहुंच गए जहाँ इनके दुश्मन पहले से ही बंद हैं ।
ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट