Gwalior News : ग्वालियर पुलिस ने बनहेरी सरपंच विक्रम रावत की हत्या के मास्टर माइंड इनामी बदमाश पुष्पेंद्र रावत को एक शॉर्ट एनकाउंटर में गिरफ्तार कर लिया है, पुलिस को बदमाश के पनिहार के जंगल में छिपे होने और कोई बड़ी वारदात इरादे का पता चला जिसके बाद उसकी घेराबंदी की गई, पुलिस की मौजूदगी का पता चलते ही बदमाश ने पुलिस पर फायर खोल दिए, जवाब में पुलिस ने भी गोलियां चलाई जिससे बदमाश घायल हो गया, उसके पैर में गोली लगी है, पुलिस ने घायल को अस्पताल में भर्ती कराया है, गौरतलब है कि सरपंच की हत्या में शामिल चार बदमाशों को पुलिस ने पिछले दिनों गिरफ्तार किया था।
घटना के बाद से फरार था मास्टर माइंड
सीएसपी अशोक सिंह जादौन ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी पुष्पेंद्र रावत घटना के बाद से फरार था, पुलिस की टीमें लगातार उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही थी, इसी बीच आज सूचना मिली कि 5 हजार का इनामी पुष्पेंद्र रावत पनिहार के जंगल में छिपा है और एक बार फिर कोई बड़ी वारदात कर सकता है।
पनिहार के जंगलों ने हुई मुठभेड़, पैर में गोली लगी
मुखबिर की सूचना पर पुलिस की टीमों ने पनिहार के जंगलों में सर्चिंग शुरू की और बदमाश के छिपे होने के ठिकाने को घेर लिया, बदमाश पुष्पेंद्र रावत के पुलिस की आहट मिलते ही फायरिंग शुरू कर दी, जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाई जिसमें से एक गोली पुष्पेंद्र रावत के पैर में लगी, पुलिस टीम ने उसे दौड़कर गिरफ्तार कर लिया।
जयारोग्य अस्पताल में पुलिस ने कराया भर्ती
घायल बदमाश को लेकर पुलिस जयारोग्य अस्पताल आई जहाँ उसे भर्ती कराया गया है, पुलिस आरोपी का इलाज कर रही है, पुलिस का कहना है कि आरोपी पुष्पेंद्र रावत सरपंच विक्रम रावत की हत्या का मास्टर माइंड है इसने ही पहले विक्रम के भाई राम निवास की हत्या की थी, ये फरार था अब मुश्किल से गिरफ्तार हुआ है।
9 अक्टूबर को गोलियों से भून दिया था सरपंच को
गौरतलब है कि पड़ाव थाना क्षेत्र के गांधी नगर में सोमवार 9 अक्टूबर की सुबह उस समय दहशत फ़ैल गई जब वहां अचानक गोलियां चलने की आवाज सुनाई दी , बाइक पर आये नकाबपोश हथियारबंद बदमाशों ने एक कार से उतरे व्यक्ति पर ताबड़तोड़ फायरिंग की जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई, मृतक की पहचान आरोन थाना क्षेत्र के बनहेरी गांव के सरपंच विक्रम रावत के रूप में हुई , वो कांग्रेस समर्थित सरपंच था।
आरोपियों पर घोषित था 5000- 5000 का इनाम
घटना के अगले दिन मंगलवार को एसपी राजेश सिंह चंदेल ने हत्या के आरोपी पुष्पेन्द्र रावत, अतेन्द्र रावत, बंटी रावत और मुकेश रावत और एक अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करते हुए 5000 – 5000 रुपये का इनाम घोषित कर दिया, एसपी ने वरिष्ठ अधिकारियों की टीमें बनाकर आरोपियों की शीघ्र गिरफ़्तारी के निर्देश दिए थे। जिसके बाद पुलिस ने लगातार दबिश देकर 13 अक्टूबर को चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था।