ग्वालियर, अतुल सक्सेना। महापौर और पार्षद पद के प्रत्याशियों समर्थन में आमसभा करने आये कमल नाथ (Kamal Nath) ने इससे पहले व्यापारियों और प्रबुद्धजनों से संवाद किया। उन्होंने कार्यक्रम में संवाद करने के बाद मीडिया से बात करते हुए शिवराज सरकार (Shivraj Government) पर जमकर हमला बोला। कमल नाथ ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने 18 वर्षों में बेरोजगारी, भ्रष्टाचार दिया है, घर घर शराब दी है। उन्होंने तंज़ कैसा विकास विजन से होगा ना कि टेलीविजन से।
ग्वालियर (Gwalior News) के दौरे पर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीसीसी चीफ कमल नाथ ने व्यापारियों से बात की उनकी समस्याएं सुनीं और फिर भरोसा दिलाया कि जब उनकी सरकार बनेगी तो इनका समाधान किया जायेगा। कमल नाथ ने कहा मध्य प्रदेश के शहरों में जब कांग्रेस की परिषद बनेगी तो वह सभी वर्गों के साथ मिलकर एक एडवाइजरी कमेटी बनाएंगे ताकि जो आम जनता की समस्याएं हैं वह महापौर और परिषद को पता हो और उसी हिसाब से आगे की प्लानिंग बने।
कमल नाथ सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि विकास विजन से होगा ना कि टेलीविजन से। हमें भविष्य के हिसाब से विकास की योजना तैयार करनी होगी शहर विकास के लिए 10 साल का मास्टर प्लान बनना चाहिए। 10 साल बाद शहरों को क्या चाहिए इस विजन के साथ योजनाएं बनानी चाहिए।
उन्होंने शिवराज सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आज मध्य प्रदेश में झूठ और नौटंकी की राजनीति हो रही है जिससे जनता का मन अब भर चुका है। उन्होंने संबल योजना बंद करने के आरोप का जवाब देते हुए कहा कि मैंने किसी योजना को बंद नहीं किया बल्कि उसको और सरलीकरण किया। हमने संबल को बंद नहीं किया उसे नया सवेरा नाम दिया।
उन्होंने कहा कि आज जनता सिस्टम से परेशान है, कमल नाथ ने सवाल किया कि शिवराज सिंह बताएं कि उन्होंने 18 साल में क्या किया? आपने किसानों को परेशान किया, बेरोजगारी भ्रष्टाचार दिया , घर घर में शराब दी। उदयपुर घटना की निंदा करते हुए कमल नाथ ने कहा कि वह मांग करते हैं कि इस घटनाक्रम में जो भी दोषी लोग हैं उन पर कार्यवाही हो।
छतरपुर में बोरवेल में बच्चा गिरने सवाल पर कहा कि इस सब के पीछे मुख्य वजह भ्रष्टाचार है जो कि ग्राम पंचायत से शुरू होकर नगर निगम तक फैला है। महाराष्ट्र के सियासी घमासान पर कमल नाथ ने कहा कि मैं वहां गया था मुझे हमारी पार्टी के सभी विधायक मिले, अब ये शिवसेना के ऊपर है कि अपने विधायकों को सुरक्षित रखे।
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....