जयविलास पैलेस म्यूजियम की विजिटर बुक में अमित शाह ने सिंधिया राजवंश के लिए ऐसा क्या लिखा जिसकी हो रही चर्चा

Atul Saxena
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ग्वालियर, अतुल सक्सेना।  केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) कल 16 अक्टूबर को ग्वालियर के दौरे पर थे उन्होंने यहाँ करीब 500 करोड़ की लागत से बनने वाले राजमाता विजयाराजे सिंधिया एयरपोर्ट के नई टर्मिनल बिल्डिंग के लिए भूमिपूजन किया, साथ ही कई अन्य सौगातें भी दी। अमित शाह केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Union Civil Aviation Minister Jyotiraditya Scindia) के आवास जयविलास पैलेस (Jaivilas Palace Gwalior)  भी गए जहाँ उनका शाही अंदाज में पारम्परिक ढंग से स्वागत किया गया।  अमित शाह को गुजराती व्यंजन परोसे गए, उन्होंने जयविलास पैलेस म्यूजियम में मराठा शौर्य को दर्शाती आर्ट गैलरी “गाथा स्वराज की” का शुभारंभ किया। म्यूजियम की विजिटर बुक में अमित शाह ने सिंधिया राजवंश (Scindia dynasty) की तारीफ करते हुए जो कुछ लिखा जिसकी चर्चा अब सब तरफ हो रही है।

वर्तमान में चार हजार करोड़ की लागत (अनुमानित) वाला जयविलास पैलेस ज्योतिरादित्य सिंधिया का आवास है। यहाँ उनका परिवार और राजवंश के लोग रहते हैं। पैलेस में एक म्यूजियम भी है जिसे देखने दूर दूर से पर्यटक आते हैं। पैलेस का बिना खंबे वाला अद्भुत दरबार हॉल, बेशकीमती झूमर और डाइनिंग टेबल पर अतिथियों को भोजन परोसने वाली चांदी की ट्रेन यहाँ के विशेष आकर्षणों में से एक हैं।

अमित शाह ये सब वैभव देखकर अचंभित रह गए। उनके साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, खेल मंत्री एवं ज्योतिरादित्य सिंधिया की बुआ यशोधरा राजे सिंधिया, गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, भाजपा प्रदेश सह प्रभारी हितानन्द सहित बड़ी संख्या में प्रदेश सरकार के मंत्री भी थे जिन्होंने सिंधिया राजवंश के वैभव को देखा।

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जयविलास पैलेस म्यूजियम की विजिटर बुक में अमित शाह ने सिंधिया राजवंश के लिए ऐसा क्या लिखा जिसकी हो रही चर्चा

जयविलास पैलेस पहुँचने पर गृह मंत्री अमित शाह सहित अन्य अतिथियों का ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया ने स्वागत किया और फिर उन्हें देश के मराठा साम्राज्य के शौर्य और आजादी में उनके योगदान को दर्शाती विशेष रूप से तैयार की गई आर्ट गैलरी “गाथा स्वराज की” (Jaivilas Palace Museum Art Gallery “Gatha Swaraj Ki”) की तरफ ले गईं।  अमित शाह ने जयविलास पैलेस म्यूजियम (Jaivilas Palace Museum) में स्थापित की गई आर्ट गैलरी का शुभारम्भ किया। मैनेजर अरुणांश ने उन्हें शिवाजी महाराज, सिंधिया राज्य को स्थापित करने वाले महादजी सिंधिया सहित अन्य मराठा घरानों की वीर गाथाएं बताईं, विशेष बात ये है कि इस आर्ट गैलरी में महारानी लक्ष्मीबाई को भी स्थान मिला है, जिनकी शहादत के लिए सिंधिया परिवार को दोषी बताया जाता रहा है।

अमित शाह में पैलेस घूमा, बिना खंबे के बना दरबार हॉल, बेशकीमती झूमर, चांदी की ट्रेन देखकर अमित शाह और अन्य अतिथि अचंभित हो गए। उन्होंने म्यूजियम का बारीकी से अवलोकन किया और उसकी तारीफ की। अमित शाह ने म्यूजियम की विजिटर बुक पर लिखा – वीर मराठा योद्धा श्री महादजी सिंधिया के वंशजों द्वारा बनाया सिंधिया साम्राज्य और उनके सत्ता केंद्र पर मराठा और छत्रपति शिवाजी महाराज से लेकर अट्टक से कटक तक फैली हिंदवी स्वराज्य का संग्रहालय देखकर गौरव की अनुभूति हो रही है। महादजी सिंधिया द्वारा पानीपत के युद्ध जो हिंदवी स्वराज से ख़त्म हो गया था, उसे फिर स्थापित किया।  उनकी यह वीर गाथा सदियों तक “स्वराज” और “स्वधर्म” का संदेश देती रहेगी। धन्यवाद, अमित शाह, गृह मंत्री, भारत सरकार।

जयविलास पैलेस म्यूजियम की विजिटर बुक में अमित शाह ने सिंधिया राजवंश के लिए ऐसा क्या लिखा जिसकी हो रही चर्चा

जयविलास पैलेस म्यूजियम की विजिटर बुक में अमित शाह ने सिंधिया राजवंश के लिए ऐसा क्या लिखा जिसकी हो रही चर्चा जयविलास पैलेस म्यूजियम की विजिटर बुक में अमित शाह ने सिंधिया राजवंश के लिए ऐसा क्या लिखा जिसकी हो रही चर्चा

सिंधिया राजवंश के शौर्य के लिए गृह मंत्री अमित शाह द्वारा जयविलास पैलेस म्यूजियम की विजिटर बुक पर जो कुछ लिखा गया अब वो सोशल मीडिया की चर्चा का विषय बना हुआ है।

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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