ग्वालियर, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश(Madhyapradesh) में 28 सीटों पर होने वाले उपचुनावों(By-election) की तारीख की घोषणा भले ही नहीं हुई हो लेकिन राजनितिक पार्टियों(Political parties) ने चुनावी प्रचार की तैयारियां शुरू कर दी है। इसके साथ ही खुलकर एक दूसरे का विरोध भी कर रही है कांग्रेस(Congress) जहाँ पार्टी के नेताओं के खरीद फरोख्त को मुद्दा बनाई हुई है। वहीँ बीजेपी(BJP) लगातार 15 महीने की कमलनाथ सरकार(Kamalnath government) में कांग्रेस के कार्यों का ब्यौरा दे रही है। इसी बीच ग्वालियर चम्बल(Gwalior-chambal) का इलाका उपचुनाव में सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र मन जा रहा है। जहाँ बीते दिनों बीजेपी ने सदस्यता अभियान चलाया था। अब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ(Former chiefminister kamalnath) ग्वालियर यात्रा पर जाने वाले हैं। जिसके पहले ही उनके लिए विरोध के स्वर देखने को मिल रहे हैं। भाजयुमो ने साफ कहा है कि वो कमलनाथ कि ग्वालियर यात्रा का व्यापक रूप से विरोध करेंगे।
दरअसल मंगलवार से भाजयुमों की स्वाभिमान यात्रा ग्वालियर से शुरू हो चुकी है। यह यात्रा सभी विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस के विरूद्ध प्रचार करने जाएगी। इसके साथ ही बीजेपी के दवरा किये गए जनकल्याणकारी कार्यों की भी बात जन जन तक पहुंचाएगी। इसी बीच भाजयुमों के जिलाध्यक्ष विवेक चौहान ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने प्रदेश के लोगों के साथ छल किया है न तो वचन देकर उन्होंने बेरोजगारी भत्ता दिया और न ही अपने अन्य वादे पुरे किये। जिसको देखते हुए युवाओं के साथ वादाखिलाफी करने वाले को शहर में नहीं घुसने दिए जायेगा। वहीँ भाजपा नेता ने कहा कि कमलनाथ के साथ साथ जिले में राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह(Rajyasabha MP Digvijay singh) का भी विरोध किया जायेगा। बीजेपी नेता ने कहा कि कांग्रेस ने चुनावी वादे बहुत किए थे। किन्तु 15 माह के कार्यकाल में एक भी वादा पूरा नहीं किया। अब प्रदेश की जनता उन्हें सबक सिखाएगी।
बता दें कि प्रदेश में आगामी उपचुनाव को देखते हुए ग्वालियर चमबल की सीट कई तरह से महत्वपूर्ण हो जाती है। जिसको साधने की कोशिश पार्टियों को रहेगी। इसी बीच जन संवाद के लिए पीसीसी चीफ कमलनाथ ग्वालियर यात्रा पर निकलने वाले हैं। दरअसल कांग्रेस पहले ही ग्वालियर का रुख करना चाहती थी किन्तु कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए उनकी ये रैली रद्द कर दी गई थी। अब एक बार फिर भाजपा ने कांग्रेस की ग्वालियर यात्रा पर विरोध जताया है।