जबलपुर, संदीप कुमार। सिटी अस्पताल मे कोरोना संक्रमित मरीजों को नकली रेमडेसिवीर इंजेक्शन लगाने और बड़ी तादाद में मरीजों की मौतों की शिकायते सामने आ रही है। लेकिन कई परिवार आर्थिक स्थिति ठीक न होने की वजह से ऐसे मामले अदालत तक नहीं ले जा पा रहे हैं। इसके बाद अब जबलपुर के युवा अधिवक्ताओं ने निर्णय लिया है कि वे उन मरीजों के परिजनों का केस निशुल्क लड़ेंगे जिनका निधन सिटी हॉस्पिटल में इलाज के दौरान हुआ था।युवा अधिवक्ताओं ने एकमत होकर निर्णय लिया है की वे ये केस निःशुल्क लड़ेंगे।
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युवा अधिवक्ताओं ने पीड़ित परिजनों से अपील की है कि वह संपर्क करें जिससे उनके मामले अदालत में फाइल किए जा सके और इसके बाद फिर अदालत में ऐसे मामलों की पैरवी की जा सके। अधिवक्ताओं ने बताया कि ऐसे मामले फाइल करने से लेकर पूरी पैरवी निशुल्क की जाएगी। पीड़ित परिजनों से इस संबंध में कोई भी शुल्क नहीं लिया जाएगा क्योंकि पीड़ित परिजन पहले से ही अपनों को खो देने की वजह से बेहद परेशानी का सामना कर रहे हैं। इसलिए अदालती कार्यवाही में आने वाला पूरा खर्च युवा अधिवक्ता ही वहन करेंगे। ऐसे मामले जिला अदालत में या फिर हाईकोर्ट में पेश किए जाएंगे।