Ukraine से वापस लौटी एमपी की बेटी, चेहरे पर खुशी, दोस्तों की चिंता में छलके आंसू

ग्वालियर, अतुल सक्सेना। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्द (Russsia Ukraine War) ने उन लोगों की सांसें रोक दी हैं जिनके बच्चे वहां पढ़ रहे हैं या जिनके परिजन वहां रहते हैं। हालाँकि सरकार भारतीयों की वापसी के हरसंभव प्रयास कर रही है इस बीच यूक्रेन से उड़ने वाली आखिरी फ्लाइट से ग्वालियर वापस लौटी आफरीन अपने वतन आकर खुश है लेकिन उसे अपने दोस्तों की चिंता सता रही है, परेशान आफरीन के आंसू नहीं थम रहे।

यूक्रेन के शहर सुमी की स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी में ग्वालियर (Gwalior News) के भी कुछ बच्चे मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। बढ़ते तनाव के बीच कुछ परिजनों ने अपने बच्चों के टिकट कराये और ग्वालियर वापसी का इन्तजार करने लगे। ग्वालियर के घोसीपुरा में रहने वाली आफरीन 2016 से मेडिकल की पढ़ाई कर रही है उसके अंतिम वर्ष के फ़ाइनल एक्जाम जून में होने हैं। पिता आरिफ खान ने बेटी की वापसी का टिकट कराया और उसे बुलवा लिया।

Continue Reading

About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....