इन दिनों बिजली कटौती मध्यप्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है। जनता लगातार अपनी शिकायत लेकर जनप्रतिनिधियों तक पहुंच रहे हैं। वहीं, बिजली कटौती को लेकर विपक्ष भी लगातार सरकार को आड़े हाथों ले रही है। इसी बीच बार बार मिल रही बिजली कटौती की शिकायतों से परेशान होकर मंत्री प्रद्युमन सिंह शनिवार को कांग्रेस विधायकोंं के साथ बिजली ऑफिस पहुंचे और कर्मचारियों और अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई और दो टूक शब्दों में कहा अब बिजली कटौती हुई तो कार्रवाई के लिए तैयार रहें।
दरअसल, बार बार मिल रही अघोषित कटौती को लेकर शनिवार को खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के साथ कांग्रेस विधायकों मुन्नाालाल गोयल और प्रवीण पाठक ने बिजली कंपनी के अधिकारियों के साथ मेंटेनेंस व अघोषित कटौती को लेकर बैठक की।जिसमें अधिकारियों ने तर्क दिया कि गर्मी अधिक पड़ रही है। इस वजह से फॉल्ट व ट्रिपिंग अधिक आ रही हैं।अधिकारियों ने बिजली आपूर्ति के आंकड़े भी पेश किए, जिसमें शहर में पर्याप्त सप्लाई बताई । इस जवाब को लेकर मंत्री व विधायक भडक गए और उन्होंने कहा कि हमें आंकड़े मत बताओ, हमें भी पता है ये आंकड़े आपके है, क्या भाजपा सरकार के समय नहीं पड़ती थी गर्मी। रोजाना जनता हमें फोन करके बता रही है कि शहर में कितनी बिजली जा रही है।आखिर ऐसा कौन सा कारण, जिसके चलते बार-बार बिजली कटौती की जा रही है। कुछ भी करो, पर अघोषित कटौती नहीं होनी चाहिए।अब बिजली कटौती हुई तो कार्रवाई के लिए तैयार रहें।इसको लेकर अधिकारियों ने कहा कि 20 जून तक परेशानी खत्म हो जाएगी। क्योंकि मेंटेनेंस का काम पूरा हो जाएगा।
इस पर मंत्री ने कहा कि लोकसभा चुनाव के वक्त बिजली क्यों नहीं जा रही थी। चुनाव खत्म होने के बाद बिजली जाने का सिलसिला क्यों शुरू हो गया। क्या वैसी व्यवस्था फिर से नहीं चल सकती है। 2017 में बिजली आपूर्ति की क्या स्थिति थी और वर्तमान में क्या स्थिति है। दोनों ही आंकड़े हमे उपलब्ध कराए जाएं। कुछ भी करो, लेकिन शहर में अघोषित रूप से बिजली नहीं जानी चाहिए। वही विधायकों ने कहा कि संघ व भाजपा की मानसिकता वाला अधिकारी कौन है, जो लोगों को परेशान कर रहा है। उसका हमें नाम बताओ। जो अधिकारी व कर्मचारी कटौती कर रहे हैं, उनके खिलाफ एफआईआर क्यों नहीं कराते हैं।