भाजपा नेता की भांजी की फर्जी तरीके से डिग्री निकालने आये युवक युवती का ग्वालियर कनेक्शन तलाश रही पुलिस, पांच दिन का पीआर माँगा

Atul Saxena
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Gwalior News : ग्वालियर पुलिस द्वारा पकड़े गए जालसाज युवक और युवती की पूरी कुंडली ग्वालियर पुलिस खंगाल रही है, पुलिस को आशंका है कि ग्वालियर के मेडिकल कॉलेज से पास आउट छात्रा की डिग्री के आधार पर मालेगांव में डॉ बनकर काम कर रही युवती किसी बड़े गिरोह का हिस्सा हो सकती है। पुलिस इसका ग्वालियर कनेक्शन तलाश रही है, पुलिस को आशंका है कि या तो जीआर मेडिकल कॉलेज या फिर जीवाजी यूनिवर्सिटी में ऐसा कोई व्यक्ति है जो इस तरह के फर्जीवाड़े से जुड़ा हुआ है। पुलिस अब गिरफ्तार युवक और युवती का पांच दिन का पीआर मांग रही है जिससे इनकी कड़ियों को जोड़ा जा सके, उधर इस तरह के फर्जीवाड़े से शॉक मेडिकल कॉलेज प्रबंधन अब रेस्ट्रोग्रेड जांच करने की तैयारी में हैं।

ग्वालियर के जी आर मेडिकल कॉलेज से जुड़ा एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें कॉलेज प्रबंधन सहित पुलिस के भी होश उड़ा दिए हैं। मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार को एक युवती एक युवक के साथ पहुंची, उसने अपना नाम डॉ प्रतीक्षा शर्मा बताया और अपनी इंटर्नशिप का सर्टिफिकेट सहित अन्य डोक्युमेंट की डुप्लीकेट कॉपी के लिए आवेदन दिया।

युवक युवती मालेगांव महाराष्ट्र के रहने वाले थे, जब उन्होंने आवेदन दिया तो मेडिकल कॉलेज के स्टाफ में से एक व्यक्ति को कुछ शक हुआ, जिस प्रतीक्षा शर्मा के डोक्युमेंट युवती मांग रही थी वो भाजपा नेता पूर्व पार्षद सतीश बोहरे की भांजी है और स्टाफ का व्यक्ति सतीश बोहरे को जानता था।

स्टाफ के उस व्यक्ति ने भाजपा नेता सतीश बोहरे को फोन लगाकर भांजी के कॉलेज आने की बात बताई तो उन्होंने कहा कि भांजी तो दिल्ली में है वो वहां पीजी कर रही है ग्वालियर में नहीं है। भाजपा नेता ने कॉलेज पहुंची युवती का फोटो पहचान के लिए मंगवाया और फिर गड़बड़ी लगने पर तत्काल एक्शन लेते हुए झाँसी रोड थाने के टी आई शैलेन्द्र भार्गव को फोन लगाया और उनसे एक्शन के लिए कहा।

टी आई शैलेन्द्र भार्गव तत्काल मेडिकल कॉलेज पहुँच गए, पुलिस को देखकर मेडिकल कॉलेज मैनेजमेंट भी हैरान रह गया। डोक्युमेंट लेने आई डॉ प्रतीक्षा शर्मा और उसका साथी मोहम्मद शरीफ भी सकपका गए, पुलिस ने जब इनसे पूछताछ शुरू की तो हडबडाने लगे, पुलिस उन्हें लेकर थाने आ गई जहाँ उनकी तलाशी में उनके पास से असली डॉ प्रतीक्षा शर्मा के डिग्री सहित  अन्य डोक्युमेंट मिले, जालसाजी की बात सामने आते ही पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।

टी आई शैलेन्द्र भार्गव ने एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ को बताया कि युवती जिस प्रतीक्षा शर्मा के नाम का सर्टिफिकेट लेने आई थी उसने 2018 में जीआर मेडिकल कॉलेज ग्वालियर से MBBS किया है, गिरफ्तार युवती के पास से कागजात मिले है उसके हिसाब से वो मालेगांव महाराष्ट्र के अस्पताल में दो साल डॉ प्रतीक्षा शर्मा के नाम से आरएमओ बनकर नौकरी कर चुकी है अभी फिलहाल मालेगांव नगर पालिका के अस्पताल में नौकरी कर रही है।

टी आई भार्गव ने बताया कि इनके दस्तावेज चैक किये जा रहे हैं साथ ही इनका ग्वालियर कनेक्शन तलाशा जा रहा है क्योंकि बिना ग्वालियर के किसी व्यक्ति की मदद के इतनी दूर बैठा व्यक्ति यहाँ से डोक्युमेंट कैसे निकलवा सकता है, पुलिस ने बताया कि युवती के पास से ग्वालियर की डॉ प्रतीक्षा शर्मा की एमबीबीएस की डिग्री सहित अन्य डोक्युमेंट भी मिले है जो उन्होंने पिछले दिनों जीवाजी यूनिवर्सिटी से निकलवाये थे जिसके आधार पर ये नौकरी कर रही है।

पुलिस ने आशंका जताई है कि ये कोई गिरोह भी हो सकता है जिसमें मेडिकल कॉलेज और जीवाजी यूनिवर्सिटी का कोई व्यक्ति शामिल हो जो इनकी मदद करता हो, पुलिस दोनों आरोपियों का पांच दिन का पीआर मांग रही है जिससे बारीकी से जाँच कर इस फर्जीवाड़े की तह तक जा सके।

उधर अपनी तरह के इस तरह के फर्जीवाड़े के उजागर होने के बाद जी आर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन भी शॉकड है, मैनेजमेंट के लोग इस बात को लेकर आशंकित हैं कि कहीं पहले भी तो ऐसा नहीं हुआ कि यहाँ  पास आउट स्टूडेंट की डिग्री पर कोई दूसरा व्यक्ति अस्पताल में प्रेक्टिस कर रहा हो। मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ अक्षय निगम ने इस फर्जीवाड़े के बाद रेस्ट्रोग्रेड जांच यानि उलटी जांच कराने के निर्देश दिए हैं, इस निर्देश के बाद आखिर से लेकर शुरुआत तक मार्कशीट निकालने के मामलों का निरीक्षण होगा जिन स्टूडेंट्स की मार्कशीट निकाली गई है उनसे उस मामले में बात की जाएगी जिससे स्थिति स्पष्ट हो सके।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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