ग्वालियर। आख़िरकार बहुत लम्बे अंतराल के बाद प्रियंका गांधी की राजनीति में आधिकारिक एंट्री हो गई और एंट्री भी ऐसी जिस पद के लिए पार्टी के नेता पूरी जिन्दगी लगा देते हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी बहन को पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बनाकर पूर्वी उत्तरप्रदेश की कमान सौंपी है।
प्रियंका की एंट्री होते ही राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई। कांग्रेस नेता इस नियुक्ति का स्वागत कर रहे हैं और पोस्टर लगा रहे हैं “इंदिरा इज बैक” वहीँ भाजपा इसे परिवार वाद कह रही है। ग्वालियर पहुंचे भाजपा प्रभारी एवं उत्तरप्रदेश के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने प्रियंका की नियुक्ति पर तंज कसा कि ये परिवार वाद पर चलने वाली पार्टी है भाजपा को इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। इनके पास यूपी का प्रभारी बनाने लायक नेता नहीं बचा तो गजर के सदस्य की नियुक्ति कर दी । राहुल परिवार वाद के सहारे पार्टी की नैया पार लगाना चाहते हैं । लेकिन वो कुछ भी कर लें जीत भाजपा की ही होगी।
वहीँ ग्वालियर सांसद और केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने प्रियंका की नियुक्ति पर चुटकी ली कि जब राहुल से कोई फर्क नहीं पड़ा तो प्रियंका से क्या पड़ेगा। हमारी पार्टी ने 2019 के लिए कमर कस ली है। हम 2014 की तरह हो 2019 भी जीतेंगे। और जनता को गुमराह करने वाली कांग्रेस को खामियाजा उठाना पड़ेगा।