सरपंच की हत्या का मास्टर माइंड 10 हजार का इनामी EPFO कमिश्नर मुंबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार

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Gwalior News : ग्वालियर पुलिस ने बनहेरी सरपंच विक्रम रावत की हत्या के मास्टर माइंड 10 हजार रुपये के इनामी EPFO कमिश्नर इंदौर मुकेश रावत को मुंबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया है, ग्वालियर पुलिस उन्हें ग्वालियर लाकर पूछताछ करेगी, गौरतलब है कि सरपंच विक्रम रावत की हत्या में मुकेश रावत की बड़ी भूमिका की जानकारी पुलिस को मिली थी, घटना वाले दिन से ही ये फरार था, परिजनों ने भी मुकेश रावत पर ही हत्या करवाने के आरोप लगाये थे।

एसपी राजेश सिंह चंदेल ने बताया कि घटना दिनांक 9 अक्टूबर के बाद पुलिस में 4 नामजद  आरोपी और 12 अन्य लोगों पर सरपंच विक्रम रावत की हत्या करने और षड्यंत्र में शामिल होने का केस दर्ज किया था, अधिकांश आरोपी पुलिस ने पकड़ लिए थे, मुकेश के साथी एक अन्य मास्टर माइंड 5 हजार के इनामी पुष्पेन्द्र रावत को शार्ट एनकाउन्टर में पुलिस ने पनिहार के जंगलों में 17 अक्टूबर को गिरफ्तार कर लिया था उसके पैर में गोली लगी थी बदमाश ने भी पुलिस पर फायर खोले थे, इससे पहले 13 अक्टूबर को पुलिस ने चार अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया था।

इंदौर, जोधपुर, मुंबई में पुलिस ने तलाश की EPFO कमिशनर मुकेश रावत की 

पुलिस मुख्य आरोपी EPFO कमिश्नर मुकेश रावत की तलाश कर रही थी लेकिन वो छिपा हुआ था, पुलिस ने उसपर 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था, पुलिस मुकेश रावत को उसके पोस्टिंग जिले इंदौर के अलावा संभावित ठिकाने जोधपुर, मुंबई में तलाश कर रही थी, एसपी राजेश सिंह चंदेल ने बताया कि विवेचना के दौरान पुलिस को सूचना मिली कि मुकेश रावत मुंबई में मौजूद है, इस सूचना के बाद टीम अलर्ट की गई,  हमारे  अधिकारियों ने मुंबई में पदस्थ डीआईजी सीआईएसएफ मनोज शर्मा एवं डिप्टी कमांडेंट सीआईएसएफ अरविन्द शर्मा से सहयोग करने का अनुरोध किया गया।

मुंबई एयरपोर्ट पर CISF ने लिया हिरासत में, ग्वालियर पुलिस को सौंपा 

ग्वालियर पुलिस ने सीआईएसएफ को मुकेश के फोटो और हुलिया भेजा,  कुछ समय बाद सीआईएसएफ ने कार्रवाई करते हुए मुकेश रावत को पकड़ लिया और ग्वालियर पुलिस को सूचना दी, फिर मुकेश को लेने ग्वालियर पुलिस की टीम को तत्काल मुंबई रवाना हुई। मुंबई में मुकेश रावत को गिरफ्तार कर ग्वालियर पुलिस ने मुंबई पुलिस के सहयोग पर स्थानीय न्यायालय में पेश किया गया। जहाँ से उसे ट्रांजिट रिमांड पर ग्वालियर लेकर आ रही है, यहाँ उससे हत्या के संबंध में विस्तार से पूछताछ की जाएगी

9 अक्टूबर को गोलियों से भून दिया था सरपंच को 

गौरतलब है कि पड़ाव थाना क्षेत्र के गांधी नगर के पास काँटी नगर में 9 अक्टूबर की सुबह बाइक पर आये नकाबपोश हथियारबंद बदमाशों ने एक कार से उतर रहे बनहेरी गाँव के सरपंच विक्रम रावत पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई, वो कांग्रेस समर्थित सरपंच था। विक्रम रावत अपने चचेरे भाई की हत्या के मामले में गवाह था और पेशी दिनांक से पहले अपने वकील से मिलने पहुंचा था जहाँ उसकी हत्या कर दी गई

आरोपियों पर घोषित किया 5000- 5000 रुपये का इनाम 

घटना के बाद एसपी राजेश सिंह चंदेल ने आरोपी पुष्पेन्द्र रावत, अतेन्द्र रावत, बंटी रावत और मुकेश रावत और एक अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करते हुए 5000 – 5000 रुपये का इनाम घोषित कर दिया, एसपी ने वरिष्ठ अधिकारियों की टीमें बनाकर आरोपियों की शीघ्र गिरफ़्तारी के निर्देश दिए थे।

घटना के बाद गाँव में हुई थी आगजनी और लूटपाट 

आपको बता दे कि सरपंच विक्रम रावत की हत्या के बाद उसके परिजन, समर्थक व अन्य लोगों ने बनहेरी गांव में जमकर उपद्रव कर सत्रह घरों में जमकर तोडफ़ोड़, मारपीट, आगजनी और लूटपाट की थी। इसके बाद 17 परिवारों ने गांव छोड़ दिया था और आज भी गांव के इन घरों में सन्नाटा पसरा है। इस मामले में पुलिस ने 70 लोगों पर एफआईआर दर्ज की थी। जिसमें अभी पुलिस मात्र तीन आरोपी पकड़ पाई है। आरोपियों के पकड़े नहीं जाने से दहशत के चलते आधा गांव अभी भी खाली पड़ा हुआ है और यह परिवार दहशत के कारण वापस नहीं आए हैं। फिलहाल मास्टरमाइंड के पकड़े जाने के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली है और अब उम्मीद है कि उससे पूछताछ के बाद कई खुलासे सामने आएंगे।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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