मध्य प्रदेश (Madhyapradesh) के दिग्गज बीजेपी (BJP) नेता और राज्यसभा सासंद ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने बड़ा खुलासा किया है। रविवार को ग्वालियर (Gwalior) के फिजिकल कॉलेज सभागार में कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार (Kamalnath Government ) पर तगड़े प्रहार किए ।सिंधिया ने कहा कि कान्ग्रेस सरकार बनते समय मुझे उपमुख्यमंत्री पद का ऑफर दिया गया था। लेकिन मुझे पता था कि जो लोग कुर्सी पर बैठ रहे हैं, वह क्या करतूतें करने वाले हैं ,इसीलिए मैंने यह पद ठुकरा दिया था क्योंकि मैं उस लूट का हिस्सा नहीं बनना चाहता था।
सिंधिया ने आगे कहा कि वह पद पाने के लिए नहीं बल्कि जन सेवा के लिए राजनीति में आए हैं और इसलिए उस समय उपमुख्यमंत्री पद का लालच भी उन्हें नहीं मोह पाया ।सिंधिया ने कमलनाथ सरकार पर आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने 10 दिन में कर्ज माफी करने की बात की थी और ऐसा न होने पर मुख्यमंत्री बदलने की बात की थी लेकिन मैंने 11 दिन नहीं बल्कि 11 महीने तक इंतजार किया। किसानों के हाथ फिर भी निराशा लगी।
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में 21000 रूकी बजाय 51000 रू देने की कमलनाथ की घोषणा भी झूठी साबित हुई और लड़कियां शादी होकर ससुराल पहुंच गई, यहां तक कि उनके बच्चे तक हो गए फिर भी पैसे नहीं मिले। किसी भी युवा को 4000 रू देने का बेरोजगारी भत्ता देने का कमलनाथ का वादा भी पूरा नहीं किया गया और हर बार यह कहा जाता रहा कि पैसा नहीं है। सिंधिया ने कहा कि अगर पैसा नहीं था तो कमलनाथ मुख्यमंत्री बने क्यों और शिवराज सिंह के मुख्यमंत्री बनने के बाद अचानक ऐसा क्या हुआ कि पैसा आने भी लगा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की घोषणाये अमल में भी आने लगी।
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Pooja Khodani
खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते।
"कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ।
खबरों के छपने का आधार भी हूँ।।
मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ।
इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।।
दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ।
झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।"
(पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)