ग्वालियर, अतुल सक्सेना। MITS कॉलेज के प्रोफेसर शिशिर दीक्षित के घर में दिन दहाड़े डकैती (Gwalior Robbery) डालकर सोने के आभूषण व नगदी लूटने वाले शातिर बदमाशों को ग्वालियर पुलिस (Gwalior Police) ने गिरफ्तार कर लिया है। दिन दहाड़े हुई इस सनसनीखेज डकैती की घटना का मास्टर माइंड, प्रोफेसर के घर गाड़ी धोने का काम करने वाला ही निकला है। मास्टर मांइड ने प्लानिंग कर ग्वालियर, करैरा (शिवपुरी) तथा झांसी के कुख्यात बदमाशों से डकैती कराई थी। पुलिस ने डकैती में शामिल 10 बदमाशों में से 5 को गिरफ्तार कर लिया है शेष की तलाश जारी है।
गोले का मंदिर थाना क्षेत्र के पंचशील नगर में रहने वाले माधव इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (MITS) के प्रोफ़ेसर शिशिर दीक्षित के घर हथियार बंद बदमाशों ने 6 जून को दिन दहाड़े डकैती कर पुलिस को खुली चुनौती दी थी। बदमाशों ने प्रोफ़ेसर की पत्नी और बेटी को बंधक बनाया, बुजुर्ग माँ के साथ मारपीट की और लूटपाट कर भाग गए। घटना के बाद एडीजीपी (आईजी) ग्वालियर डी श्रीनिवास वर्मा और एसएसपी अमित सांघी (Gwalior SSP Amit Sanghi) सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने घटना स्थल का निरीक्षण किया और फिर तफ्तीश शुरू की। पुलिस को कुछ इनपुट मिले जिसके आधार पर किसी नजदीकी का हाथ सामने आया जिसके बाद पुलिस ने सर्चिंग शुरू की और 24 घंटे के अंदर ही घटना का पर्दाफाश कर दिया।
घटना का पर्दाफाश करने के लिये वरिष्ठ अधिकारियों ने एडिशनल एसपी (मध्य) अभिनव चौकसे (IPS), एडिशनल एसपी क्राइम राजेश डण्डोतिया (Adsp Crime Branch Gwalior Rajesh Dandotiya) को इस सनसनीखेज डकैती की घटना से संबंधित तकनीकी साक्ष्य एकत्रित कर बदमाशों को पकड़ने के लिए क्राइम ब्रांच (Gwalior Crime Branch Police) एवं ग्वालियर पुलिस की टीमों को लगाने के निर्देश दिए गए। पुलिस की 11 टीमें बनाई गई जिसमें 71 पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों को लगाया गया। टीम ने आसपास के क्षेत्र के 532 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को चैक किये। पुलिस ने लगातार काम करते हुए डकैती की घटना का पर्दाफाश किया। डकैती में लूटे गये सोने के आभूषणों में से लगभग 137 ग्राम सोने के आभूषण एवं चांदी के आभूषण बरामद कर लिए गए हैं जिनकी कुल कीमत लगभग 06 लाख 90 हजार रुपये है तथा घटना में प्रयुक्त एक कट्टा मय राउण्ड एवं एक मोबाइल के बरामद किया गया है।
एडीजीपी (आईजी) डी श्रीनिवास वर्मा ने घटना की जानकारी देते हुए पत्रकारों को बताया की घटना का खुलासा करने में सीसीटीवी फुटेज ने बहुत मदद की। जिन मोटर साइकिल पर बदमाश आये थे उसके अलावा एक ऑटो भी संदिग्ध मिला जिसपर काम करते हुए मास्टर माइंड तक पुलिस पहुंची जब पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि वो 8-10 साल से प्रोफ़ेसर दीक्षित के घर कार वाश करता है। उसपर सब भरोसा करते है उसे मालूम था कि घर में सोने के जेवर रखे हैं फिर उसने ही ग्वालियर, शिवपुरी और झांसी के बदमाशों से वारदात करवाई।
आईजी ने बताया कि पुलिस ने लगातार मेहनत कर पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया है जिसमें से 4 ग्वालियर के हैं और एक झांसी का है। फरार बदमाशों में 4 शिवपुरी के और एक झांसी का है जिनकी तलाश जारी है। उन्होंने डकैती का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को 30,000 रुपये का कैश रिवार्ड देने की घोषणा की।
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....