ये तो हद है…घरों में पनप रहा लार्वा, प्रशासन की टीम खोजकर कर रही नष्ट, ऐसे कैसे थमेगा Dengue?

आपको बता दें कि सोमवार 7 अक्टूबर को 364 रोगियों की डेंगू जांच में ग्वालियर के कुल 21 डेंगू  पॉजीटिव केस पाए गए। इस वर्ष जनवरी से अभी तक कुल 13293  रोगियों की डेंगू जांच में कुल 919 पॉजिटिव केस पाये गये हैं जिनका उपचार किया गया। 

dengue control gwalior
 Dengue in Gwalior: ग्वालियर में डेंगू का प्रकोप जारी है यहाँ अब तक 900 से ज्यादा पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं, आज भी 21 नए केस दर्ज किये गए, जिला प्रशासन  डेंगू नियंत्रण के लिए विशेष मुहिम चला रहा है, घर-घर सर्वे कर लार्वा खोजकर उसे नष्ट किया जा रहा है, नगर निगम फोगिंग कर रहा है और जुर्माना भी वसूल रहा है, जन जागरण के लिए गली-गली प्रचार रथ भी घूम रह हैं लेकिन जन सहयोग के अभाव में डेंगू अपना असर बराबर दिखा रहा है।
ग्वालियर शहर में डेंगू नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग मलेरिया एवं नगरनिगम की संयुक्त  टीमो द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। सर्वे टीम घर-घर जाकर मच्छरों के लार्वा नष्ट करा रही हैं। साथ ही डेंगू प्रभावित क्षेत्र में दवा का छिड़काव तथा फागिंग भी की जा रही है।  सर्वे टीम द्वारा सोमवार को कुल  5318 घरों का सर्वे किया गया। इस दौरान 249 घरो में पाये गये लार्वा को नष्ट कराया गया ।

डेंगू नियंत्रण प्रचार प्रसार के बाद भी लोगों में Lack of awareness

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सचिन श्रीवास्तव ने बताया कि विगत 5 दिनों से डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में टम-टम वाहन द्वारा प्रचार कराया जा रहा है। साथ ही फिलेक्स बैनर एवं होर्डिंग लगाकर भी शहरवासियों को जागरूक किया जा रहा है। जनजागरूकता के लिए नगर निगम के वाहनों के माध्यम से माइकिंग द्वारा डेंगू से बचाव का प्रचार प्रसार कराया जा रहा है। जन जागरूकता कार्यक्रम के तहत लोगों को डेंगू एवं मच्छरजनित बीमारियों से बचाव के उपाय भी बताए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम बुखार के मरीजों के खून की जांच भी करा रही है।

अब तक 919 पॉजिटिव, आज निकले 21 dengue patients

जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. विनोद दोनेरिया ने बताया की डेंगू का मच्छर हमारे घर और आसपास  बर्तन, टायर कूलर टंकी गमले छत एवं कबाड़ में भरे पानी मैं पनपता है ऐसे पानी मे मच्छर अंडे देते है जिनसे 7 से 12 दिन के भीतर मच्छरों की उत्पत्ति हो जाती है अतः अपने घर और आसपास पानी जमा नहीं होने दें एवं 7 दिवस के भीतर पानी खाली करें जिससे डेंगू बीमारी को रोका जा सकेl मच्छरों से बचाव करें। सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें। पूरी आस्तीन के कपडे पहने। मच्छर भगाने वाले साधन जैसे- क्रीम, क्वाइल, रिपेलेन्ट इत्यादि का उपयोग करें। टायर, कबाड सामान ढंक कर रखें इनमें पानी इकट्ठा नहीं होने दें। बुखार आने पर तत्काल स्वास्थ्य केन्द्र में जांच करायें। आपको बता दें कि सोमवार 7 अक्टूबर को 364 रोगियों की डेंगू जांच में ग्वालियर के कुल 21 डेंगू  पॉजीटिव केस पाए गए। इस वर्ष जनवरी से अभी तक कुल 13293  रोगियों की डेंगू जांच में कुल 919 पॉजिटिव केस पाये गये हैं जिनका उपचार किया गया।

विभिन्न वार्डों में fogging के साथ दवा का किया छिड़काव

नगर निगम के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ वैभव श्रीवास्तव एवं डॉ. अनुज शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि नगर निगम आयुक्त अमन वैष्णव के निर्देश पर शहर के सभी वार्ड की गलियों एवं मोहल्लों में निरंतर साफ-सफाई एवं फॉगिंग का कार्य कराया जा रहा है। जिसके तहत डीबी सिटी, सचिन तेंदुलकर मार्ग, दर्पण कॉलोनी, नितिन नगर, दीनदयाल नगर, शताब्दीपुरम, कमल सिंह का बाग, आनंद नगर, विनय नगर, घासमंडी, समाधिया कॉलोनी, चंद्रबदनी नाका, जवाहर कॉलोनी, सीपी कॉलोनी आदि अनेक स्थानों पर फॉगिंग एवं दवा का छिडकाव किया।

Dengue लार्वा एवं गंदगी पर वसूला जुर्माना

गंदगी करने वाले दुकानदार एवं जिन घरों में मच्छरों के लार्वा पाए जा रहे हैं उन शहरवासियों पर नगर निगम के स्वच्छता विभाग द्वारा नियमित रूप से जुर्माने की कार्रवाई की जा रही है। मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अनुज शर्मा के निर्देशन में गंदगी फैलाने एवं डेंगू लार्वा पाये जाने पर जुर्माने की कार्यवाही की जा रही है। जिसके तहत दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य अधिकारी भीष्म कुमार पमनानी, सहायक स्वास्थ्य अधिकारी योगेंद्र यादव, राजेंद्र विक्रम सिंह एवं धर्मेंद्र परमार की उपस्थिति में वार्ड 38 में मीट मांस दुकानदारों द्वारा गंदगी फैलाने पर 500 रुपये का, वार्ड 54 में घरों में डेंगू लार्वा पाये जाने पर 100 रुपये का एवं वार्ड 55 में दुकानदारों पर सिंगल यूज प्लास्टिक मिलने पर 1000 रुपये का जुर्माना वसूला तथा गुड़ी गुडा का नाका पर 09 मीट मांस दुकानों का निरीक्षण कर समझाइश दी।
ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 

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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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