ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ग्वालियर शहर में एक चोर (Thief) की हरकत से महिलाएं परेशान और दहशत में हैं। ये चोर रात के अंधेरे में चुपके से घर में घुसता है और घर में से महिलाओं के अंडर गारमेंट्स लेकर (Thief stealing women’s undergarments) फरार हो जाता है। इस तरह की घटनाओं की महिलाएं आपस में बातें तो कर रही थी लेकिन पुलिस तक नहीं पहुंची। लेकिन इस बार चोर सीसीटीवी में कैद हो गया और मामला पुलिस में दर्ज हो गया।
ग्वालियर शहर के ग्वालियर थाना क्षेत्र में रहने वाले लोग एक चोर की अजीब हरकत से परेशान हैं। इस चोर ने महिलाओं में लम्बे समय से दहशत फैला रखी है। ये चोर रात के अंधेरे में दरवाजा खुला देखकर अथवा पाइप के सहारे घर में घुसता है और रस्सी अथवा तार पर सूख रहे महिलाओं के अंडर गारमेंट्स (ब्रा- पेंटी) चोरी (Panic of bra panty thief in gwalior) कर भाग जाता।
चोर इस तरह की घटनाओं को लम्बे समय से अंजाम दे रहा है लेकिन कोई सुबूत नहीं होने से और थोड़ी शर्म के चलते महिलाएं पुलिस तक शिकायत लेकर नहीं पहुंची। लेकिन इस मामले में रविवार को पुलिस के पास शिकायत पहुंची। चोर गोसपुरा में रहने वाले व्यापारी भगत सिंह के घर में घुसा और उनके कुर्ते पायजामें में रखे 500 रुपये और रस्सी पर सूख रहे अंडर गारमेंट चोरी कर भाग गया।
अच्छी बात ये रही कि चोर के घुसने से लेकर अंडर गारमेंट्स चोरी कर बाहर आने तक की घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। मामले का खुलासा तब हुआ जब सुबह उठकर व्यापारी ने जेब देखी तो 500 रुपये गायब थे, पत्नी ने भी ब्रा पेंटी गायब होने की बता बताई, उसके बाद उन्होंने सामने वाले घर में लगा सीसीटीवी खंगाला तो उसमें पूरी घटना सामने (thief caught in cctv) आ गई।
हालाँकि चोरी की रकम छोटी थी लेकिन महिलाओं के अंडर गारमेंट चोरी जाने की जानकारी व्यापारी भगत सिंह को लगी तो उन्होंने इसे गंभीरता से लेकर पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज देखा फिर उसकी जानकारी जुटाई जिसके आधार पर चोरी करने वाला युवक मोहल्ले में ही रहने वाला एक लड़का दिखाई दे रहा है। टीआई दीपक यादव का कहना है कि चोर की पहचान हो गई है जल्दी ही उसे गिरफ्तार कर लिया जायेगा।
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....