पांच दिन पहले ग्वालियर पूर्व विधानसभा के आदित्यपुरम के पास बनी पांच कॉलोनियों के पांच हजार मतदाताओं ने विकास नहीं तो वोट नहीं का संकल्प लेते हुए मतदान के बहिष्कार का एलान किया था। एलान के बाद अगले दिन पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल वहाँ गए और भरोसा दिलाया कि दो दिन में यहाँ काम शुरू हो जायेगा। लेकिन ये वादा भी खोखला साबित हुआ। इसके बाद सोमवार को क्षेत्रीय लोगों ने फिर मोर्चा खोल दिया और इसमें उन्हें साथ मिला युवा नेता मितेंद्र दर्शन सिंह का। मितेंद्र सभी के साथ गंदे पानी में बैठे और कहा कि जब तक सड़क नहीं बन जाती तब तक मैं यहाँ रोज बैठूंगा।
ग्वालियर पूर्व विधानसभा और वार्ड नंबर 18 में वैध कॉलोनियों के साथ अवैध कॉलोनियों का जाल बिछा है। अधिकांश कॉलोनी फॉर्म 4 नहीं होने से सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित हैं। कॉलोनाइजर कॉलोनी बसाकर चले गए लेकिन इसका खामियाजा स्थानीय जनता भुगत रही है। जनता स्थानीय जन प्रतिनिधि से बुनियादी सुविधाओं की मांग करती है। नेता चुनाव से पहले वादा करते हैं फिर भूल जाते हैं। ऐसा ही आदित्यपुरम की आस्था नगर, वैष्णो धाम, गोकुल धाम, महाराजा इंक्लेव और आश्रय ग्रीन सिटी के रहवासियों के साथ हुआ। लंबे समय से सड़क, पानी, बिजली जैसी बुनियादी समस्याओं के लिए संघर्ष कर रहे यहाँ के पांच हजार लोगों ने पिछले दिनों अपने घर के दरवाजे पर विकास नहीं तो वोट नहीं के पोस्टर चिपकाकर मतदान का बहिष्कार करने का ऐलान किया था । इनका कहना था कि मुन्नालाल गोयल ने वादा किया था कि यदि उनकी पार्टी सत्ता में आई तो वे सब सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे। वे 15 महीने सत्ता में रहे लेकिन कुछ नहीं हुआ। उन्होंने पार्टी छोड़ दी और वहाँ चले गए जिनके शासन काल में हैं पहले से ही परेशान रहे। पूर्व विधायक एवं पूर्व मंत्री माया सिंह ने भी यहाँ काम नहीं कराये थे।
मतदान के बहिष्कार की सूचना मिलते ही सिंधिया समर्थक नेता पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल अगले दिन 4जून को आदित्यपुरम पहुंचे और दो दिन में सीवर और पानी की लाइन के लिए काम शुरू हो जाने का भरोसा दिया लेकिन दो दिन की अवधि निकल जाने के बाद सोमवार को स्थानीय लोगों ने फिर मोर्चा खोल दिया। जनता के संघर्ष की जानकारी मिलते ही युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव एवं ग्वालियर पूर्व से कांग्रेस के दावेदार मितेंद्र दर्शन सिंह आदित्यपुरम पहुंचे और जनता के साथ सड़क के गड्डों में भरे पानी में बैठ गए। उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि जब तक यहाँ सड़क नहीं बन जाती मैं यहाँ रोज बैठूंगा। मितेंद्र ने पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल से सवाल करते हुए कहा कि हाल ही में साढ़े चार करोड़ रुपये मंजूर हुए हैं तो क्यों यहाँ नहीं लगाए जा रहे। मितेंद्र के साथ सड़क पर बैठी महिलाओं ने कहा कि बिजली के ट्रांसफार्मर नहीं हैं,तारों का जाल बना है, सड़कें हैं नहीं। हम बच्चों को स्कूल कैसे भेजें। अभी कोरोना का संकट है हम घर में सुरक्षित हैं लेकिन सड़कों के गड्डों में पानी भरा है गंदगी भरी है इसके संक्रमण से कैसे बचें। गौरतलब है कि ग्वालियर पूर्व विधानसभा में भी उप चुनाव होना है और ऐसे में यदि इस क्षेत्र का पांच हजार मतदाता वोट का बहिष्कार करता है तो भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए परेशानी बन सकता हैं।