ग्वालियर। शहर की सड़कों पर भाग रहे स्कूली वाहनों की रफ़्तार चेक करने के लिए गुरुवार को जिला न्यायालय के मजिस्ट्रेट दल बल के साथ सड़कों पर उतरे। उन्होंने स्कूली वाहनों के कागज सहित वाहनों को अन्दर से देखा और जिसमें कमियां मिली उनके चालान काटे।
मजिस्ट्रेट ने चेकिंग के लिए शहर में सिटी सेंटर ,मुरार , थाटीपुर सहित कई जगज पॉइंट लगाये और पुलिस की मदद से वाहनों को रोककर उनकी जांच की। पुलिस अधिकारियों ने जहाँ वाहनों की फिटनेस, बीमा सहित अन्य दस्तावेज चेक किये वहीँ मजिस्ट्रेट ने बस के अन्दर जाकर सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन के अनुरूप बच्चों को दी जाने वाली सुरक्षा साधनों को देखा। इस दौरान उन्होंने बच्चों से पूछा कि आपके ड्राइवर अंकल बस तेज तो नहीं चलाते , तो कुछ बच्चों ने हां में सर हिलाया और कुछ ने ना में ।
मजिस्ट्रेट चेकिंग के दौरान जिन वाहनों में कमियां दिखाई दीं उनके चालान न्यायालय कर्मियों ने काटे। इस दौरान वाहन चालकों ने वाहन मालिकों को फोन लगाए तो मालिकों ने कार्रवाई रुकवाने के लिए नेताओं से सिफारिशी फोन करवाए लेकिन मजिस्ट्रेट के सामने किसी की नहीं चली। वहीँ वाहन चालकों ने अपने साथियों को फोन से चेकिंग की सूचना दी तो तो कई वाहन चालकों ने अपना रास्ता बदल दिया । वाहन चेकिंग जे चलते बच्चे देरी से स्कूल पहुंचे वहीँ कुछ पेरेंट्स ने खुद बच्चों को स्कूल छोड़ा।