बाढ पीङितो की मदद के लिये मंत्री जी का अनोखा अंदाज,देखिये वीडियो

हरदा, डेस्क रिपोर्ट। जहां एक ओर मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में कोरोना संक्रमण (corona infection) के बिगढ़ते हालातों ने शासन (government) की नींद उड़ा रखी है, वहीं बीते शुक्रवार से हो रही बारिश ने प्रदेश के कई  जिलों में बाढ़ (flood) के हालात निर्मित कर दिेए है। शासन बाढ़ की हालात (flood Control)  को काबू करने के लिए कई अभियान चला रही है, साथ ही बाढ़ में फंसे लोगों के लिए बचाव कार्य (rescue) जारी है। वहीं हरदा में मध्यप्रदेश के कृषि और किसान कल्याण मंत्री कमल पटेल (Agriculture and Farmers Welfare Minister Kamal Patel)  एक अनोखे अंदाज में दिखे, जहां उन्होंने जिले में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कहीं पैदल, तो कहीं ट्रैक्टर से बाढ़ प्रभावित लोगों के बीच पहुंचे कर हालातों का जायजा लिया। साथ ही कृषि मंत्री कहीं राशन बांटते नजर आए तो कई खाना बनाते।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।