स्वाइन फ्लू की गंभीरता पर ध्यान देते हुए, देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी (DAVV) में मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की मेडिकल टीम ने विशेष जांच और परामर्श सत्र आयोजित किया। दरअसल हाल ही में यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर की स्वाइन फ्लू से मौत हो गई थी। जिसके बाद अब यह कदम उठाया गया है। वहीं इस घटना ने यूनिवर्सिटी में चिंता का माहौल बना दिया था। वहीं अब इसके चलते मेडिकल टीम ने कैंपस का निरीक्षण किया है।
वहीं टीम ने प्रोफेसर के कार्यालय का भी निरीक्षण किया है और उनके नजदीकी सहकर्मियों की सेहत की जांच भी की है। इसके अलावा, स्वस्थ विभाग की टीम ने 500 से ज्यादा छात्रों से मुलाकात की और उन्हें स्वाइन फ्लू के लक्षणों की पहचान और इससे बचाव के तरीकों के बारे में विस्तार से जानकारी दी है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने दी जानकारी
दरअसल मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. बीएस सैत्या ने बताया कि वर्तमान में यूनिवर्सिटी में स्वाइन फ्लू के कोई सक्रिय मामले सामने नहीं आए हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि जिन मरीजों में खांसी, जुकाम और बुखार जैसे लक्षण दिख रहे हैं, उन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। वहीं सावधानी के तौर पर विभाग ने अब तक 60 सैंपल की जांच करवाई है, जिनमें से 16 सैंपल पॉजिटिव पाए गए हैं। यूनिवर्सिटी में संभावित संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आए अन्य लोगों की निगरानी की जा रही है, ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
शहर में डेंगू भी तेजी से फैल रहा
दरअसल स्वाइन फ्लू के अलावा, शहर में डेंगू भी तेजी से फैल रहा है। हाल ही में डेंगू से एक और मरीज की मृत्यु हो गई है। जानकारी के अनुसार 42 वर्षीय मरीज का इलाज सीएचएल अस्पताल में चल रहा था। डेंगू हो जाने के बाद मरीज की हालत लगातार बिगड़ती गई और उसे आईसीयू में भर्ती करना पड़ा। वहीं मल्टी ऑर्गन फेल्योर के कारण उसकी मृत्यु हो गई।