जिन जिलों को चिन्हित किया गया है वहां पर कुछ लोगों के अफगानिस्तान से लौट कर आने का अनुमान लगाया जा रहा है। इसके अलावा दूसरे मापदंडों को देखते हुए 16 जिले हाई रिस्क पर हैं।
अफगानिस्तान और पाकिस्तान में अभी भी पोलियो वायरस एक्टिव है। पिछले साल जब तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा किया था, तो वहां से निकलकर लोग अलग-अलग देशों में गए थे। यूएस सहित अन्य देशों में पोलियो का संक्रमण पाया गया है। आशंका जताई जा रही है कि अफगानिस्तान से जो लोग बाहर निकले हैं, उनकी वजह से अन्य देशों में पोलियो संक्रमण पहुंचा होगा। इसीलिए हाई रिस्क जिलों में पल्स पोलियो अभियान चलाया जाएगा।
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16 हाई रिस्क जिलों में इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, नीमच, मंदसौर, खरगोन, सतना, श्योपुरी, दतिया, कटनी, भिंड, विदिशा, टीकमगढ़, छिंदवाड़ा, निवाड़ी और नरसिंहपुर शामिल है। मामले को लेकर राज्य टीकाकरण अधिकारी संतोष शुक्ला का कहना है कि 16 जिलों में संक्रमण की आशंका है। इसी को देखते हुए पल्स पोलियो अभियान चलाया जाएगा। उसमें 0 से 5 साल तक के बच्चों को 100% पोलियो ड्रॉप पिलाई जाएगी।