मनाई गई गांधी जी की 151 वीं जयंती, गोठी धर्मशाला पर भी हुआ आयोजन

होशंगाबाद/इटारसी, राहुल अग्रवाल। 2 अक्टूबर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी(Father of the Nation Mahatma Gandhi) की 151 वीं जन्मजयंती(151st birth anniversary) का कार्यक्रम पूर्व रूप से सादगी से मनाया गया। पहला कार्यक्रम स्थानीय मिनी गांधी स्टेडियम गांधी प्रतिमा(Gandhi statue) पर आयोजित किया गया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं(Congress workers) द्वारा गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रधंजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम में वरिष्ठ नागरिक मंच के सदस्यों का सम्मान शाल श्रीफल द्वारा किया गया। साथ ही वरिष्ठ स्वतंत्रता संग्राम सेनानी दादा करणसिंह तोमर(Freedom fighter dada karansingh tomar) का भी सम्मान कांग्रेस कार्यकर्ताओ द्वारा किया गया।

वहीं दूसरा कार्यक्रम इटारसी के गोठी धर्मशाला (Gothi Dharamshala of Itarsi) में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्याअतिथि विधायक डॉ सीतासरन शर्मा (MLA Dr. Sitasaran Sharma) द्वारा गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। वरिष्ट शिक्षाविद कश्मीर सिंह उप्पल ने गांधी जी के जीवन पर एक व्याख्यान दिया। SDM मदन सिंह रघुवंशी, SDOP महेंद्र मालवीय,गोठी धर्मशाला के संचालक सुधीर गोठी ने भी अपने विचार रखे। यह वही धर्मशाला है जहां गांधी जी 2 दिसम्बर 1933 में रुके थे, उनकी स्मृति में यहां “बापू प्रवास स्मृति कक्ष” भी बनाया गया है।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।