होशंगाबाद, राहुल अग्रवाल। प्रदेश के कई जिलों और बड़े शहरों से लगातार रेमेडेसिवीर की कालाबाजारी और चोरी के बीच होशंगाबाद प्रशासन ने एक अच्छी पहल की है। कलेक्टर धनंजय सिंह ने रेमडेसिवीर इंजेक्शन को लेकर एक सिस्टम बनाया है। इसके तहत किसी भी अस्पताल को इंजेक्शन देने का रिकॉर्ड रखा जाता है और इंजेक्शन देने के बाद राजस्व अमला या पुलिस उस अस्पताल में जाकर संबंधित मरीज की वीडियोग्राफी करती है, जिससे इस बात की पुष्टि हो जाती है कि जरूरतमंद मरीज को इंजेक्शन मिला या नहीं।
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कलेक्टर ने ये व्यवस्था भी की है कि जिले के छोटे स्वास्थ्य केंद्रों पर भी इस बेहद जरूरी इंजेक्शन की कुछ डोज रखवा दिए हैं। दो दिन पहले रात करीब 2 बजे उन्हें व्हाट्सएप मैसेज से सूचना मिली कि बानापुरा जैसी छोटी जगह पर एक मरीज गंभीर है और उसे वहीं ऑक्सीजन दे कर रखा गया है इसलिए एकदम से शिफ्ट भी नहीं किया जा सकता। इसके बाद कलेक्टर ने बानापुरा समेत अन्य सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर इस जरूरी इंजेक्शन को रखवा दिया है। इससे ये हो गया है कि दूरदराज गांव से आने वाले मरीजों को गंभीर स्थिति में तत्काल ऑक्सीजन या इस तरह के इंजेक्शन की जरूरत हो उन्हें तुरंत उपलब्ध हो सके। कलेक्टर धनंजय सिंह की इस सराहनीय पहल से जिले में रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कालाबाजारी पर बहुत हद तक रोक लगी है। यहां ऑक्सीजन वितरण का सिस्टम भी बहुत अच्छा है जिससे मरीजों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा। होशंगाबाद कलेक्टर की इस कोशिश को देखते हुए लगता है कि यदि प्रशासन ठान ले तो इस कठिन समय में भी हालात का मजबूती से सामना किया जा सकता है।