MP Election 2023 : दो दिन में BJP को दूसरा झटका, पूर्व विधायक ने दिया इस्तीफा, लगाये उपेक्षा के आरोप

Atul Saxena
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MP Election 2023 : विधानसभा चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) में भगदड़ मची हुई है, नाराज नेता पार्टी छोड़ रहे हैं, कल गुरुवार को शिवपुरी जिले की कोलारस सीट से विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया तो आज शुक्रवार को नर्मदापुरम (होशंगाबाद) के पूर्व विधायक, पार्टी के वरिष्ठ नेता गिरिजाशंकर ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।

MP Election 2023 : दो दिन में BJP को दूसरा झटका, पूर्व विधायक ने दिया इस्तीफा, लगाये उपेक्षा के आरोप

मप्र ने इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं, 2018 में सरकार बनाने के बाद 15 महीने में सत्ता से उतरने वाली कांग्रेस बहुत जोश में हैं , कमल नाथ लगातार कह रहे हैं कि भाजपा के कई विधायक, पूर्व विधायक, वरिष्ठ नेता उनके संपर्क में हैं और कांग्रेस ज्वाइन करना चाहते हैं, उनकी बात का असर भी दिखाई दे रहा है।

गुरुवार को शिवपुरी जिले के विधायक ने दिया था इस्तीफा  

कल गुरुवार को शिवपुरी जिले के भाजपा विधायक ने इस्तीफा दे दिया हालाँकि अभी उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन  नहीं की लेकिन संकेत दे दिए कि वे कांग्रेस में जायेंगे और आज होशंगाबाद के पूर्व विधायक गिरिजाशंकर शर्मा ने पार्टी छोड़ दी, उन्होंने आज शुक्रवार को नर्मदापुरम जिला अध्यक्ष को अपने लेटरहेड पर लिखा – महोदय , मैं इस पत्र के द्वारा भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता छोड़ रहा हूँ।

MP Election 2023 : दो दिन में BJP को दूसरा झटका, पूर्व विधायक ने दिया इस्तीफा, लगाये उपेक्षा के आरोप

पूर्व विधायक ने पार्टी पर लगाये उपेक्षा के आरोप 

कहा जा रहा है कि पार्टी में लगातार उपेक्षा के चलते वह पिछले कई दिनों से पार्टी के कार्यक्रमों से भी दूरी बनाएं थे। पूर्व विधायक गिरिजाशंकर शर्मा द्वारा कुछ दिनों पहले भी पार्टी छोड़ने के संकेत दिये थे, इसके बाद तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रहीं थीं। उन्होंने भी नवागत भाजपाईयों द्वारा उपेक्षा का आरोप लगाते भाजपा छोड़ दी है। इसकी जानकारी शुक्रवार को स्थानीय वाटिका रेस्ट्रोरेंट में आयोजित पत्रकार वार्ता में स्वयं श्री शर्मा पत्रकारों से रूबरू होते हुए दी है।

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीतासरन शर्मा के बड़े भाई हैं गिरिजाशंकर 

विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं और कार्यकर्ताओं की नाराजगी लगातार सामने आ रही है, जिसका खामियाजा भाजपा को झेलना पड़ रहा है। एकजुटता की बात करने वाली भाजपा में अंदरूनी कलह जमकर उबाल मार रही है, परिणामस्वरूप अब पूर्व विधायक गिरिजाशंकर शर्मा द्वारा भाजपा छोड़ने से जिले की राजनीति के समीकरण बिगड़ सकते है। बता दें कि नर्मदापुरम में भाजपा के कद्दावर नेता, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं वर्तमान विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा के बड़े भाई हैं पूर्व विधायक गिरजाशंकर शर्मा, वह कांग्रेस में जायेंगे या नहीं यह स्थिति अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है।

गिरिजाशंकर का आरोप – पार्टी में कोई सुनने वाला नहीं हैं अब 

पूर्व विधायक गिरिजाशंकर शर्मा का कहना है कि बीते 10 साल से अधिक समय से पार्टी उनकी उपेक्षा कर रही है। संगठन में नए लोग आ गए हैं यह नए लोग पुराने लोगों को लगातार दरकिनार कर रहे हैं पुराने नेताओं की पूछपरख नहीं की जा रही है। कई बार लगता है कि संगठन से बातचीत की जाये लेकिन संगठन में भी कोई सुनने वाला नहीं है।

दो बार के नगरपालिका अध्यक्ष, दो बार के विधायक हैं गिरिजाशंकर 

बता दें कि जनसंघ के समय से भाजपा की सेवा करने कद्दावर नेता गिरिजाशंकर शर्मा दो बार के नगरपालिका अध्यक्ष, दो बार के विधायक सहित भाजपा जिलाध्यक्ष समेत कई जिम्मेदारियों का निर्वहन कर चुके है। जनसंघ के समय से पार्टी का झंडा लेकर चलने वाले पूर्व विधायक गिरिजाशंकर शर्मा द्वारा भाजपा छोड़ने से भाजपा को नुकसान होना तय माना जा सकता हैं। वहीं कहा ये भी  जा रहा है कि गिरिजाशंकर शर्मा के भाजपा छोड़ने से करीब 500 कार्यकर्ता भी भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे सकते है।

बिगड़ सकते हैं राजनैतिक समीकरण  

पार्टी को याद रखना चाहिए कि शर्मा परिवार का होशंगाबाद की राजनीति में खासा दखल है। इनके छोटे भाई पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं वर्तमान विधायक डॉ . सीतासरन शर्मा भी पांच बार से विधायक हैं। समूची विधानसभा में शर्मा परिवार की खासी पकड़ हैं जिसका फायदा लंबे समय से भाजपा उठाती आ रही हैं, लेकिन अब उनके द्वारा भाजपा छोड़ने से राजनैतिक समीकरण पूरी तरह गड़बड़ा सकते हैं।

नर्मदापुरम से राहुल अग्रवाल की रिपोर्ट


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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