इटारसी, राहुल अग्रवाल। रेलवे बोर्ड की गाइडलाइन का असर आने वाले दिनों में मप्र के सबसे बड़े जंक्शन इटारसी पर दिखाई देगा। खानपान स्टॉल, पार्सल और टिकट विंडो पर 100 फीसदी कैशलेस सिस्टम से रुपए लिए जाएंगे। टिकट चैकर्स (टीसी) भी ऑनलाइन जुर्माना वसूलेंगे। इनको आने वाले समय में पीओएस मशीन दी जा रही है। बड़ा बदलाव यह है कि रेलवे नोट लेने की बजाय रेलवे ई-पेमेंट पर जोर देगा। कोरोनाकाल के लॉकडाउन में डिजिटल पेमेंट के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए यह प्लानिंग है। अब टिकट लेना हो, पार्सल बुक कराना हो या पार्किंग में गाड़ी खड़ी करनी हो सभी के लिए डिजिटल पेमेंट की सुविधा होगी। इतना ही नहीं ट्रेनों में चलने वाले टिकट चेकिंग स्टाफ भी ऑनलाइन जुर्माना वसूलेंंगे। टीसी स्टाफ के मोबाइल पर अपलोड होंगे एप भोपाल रेल मंडल के जनसंपर्क विभाग में सूबेदार सिंह कहते हैं कि ऑनलाइन पेमेंट के लिए टिकट चैकिंग स्टॉफ के मोबाइल पर एप अपलोड कर दिया है। इनको पीओएस मशीन भी मिलेगी। रेलवे बोर्ड की गाइडलाइन मिलने के बाद देशभर के सभी 17 जोन के 73 मंडलों ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। इटारसी स्टेशन पर डीसीआई बीएल मीना ने बताया टोटल कैशलेस करने स्टेशन पर पॉइंट ऑफ सेल (पीओएस) मशीन आ चुकी हैं। गुड्स रेवेन्यू में हैवी ट्रांजेक्शन होने से भुगतान का प्रावधान नकद की बजाय बैंक डीडी से कर दिया गया है। जल्द यात्रियों को पार्किंग और पार्सल बुकिंग का भुगतान ऑनलाइन करना होगा।
वर्तमान में पेमेंट का हाल
ऑनलाइन भुगतान प्रतिशत आरक्षित-सामान्य टिकट 40-50 ट्रेन-स्टेशन के स्टॉल 10-15 पार्सल 15-20 गुड्स 75-85 कर्मचारियों का वेतन 100 विभिन्न कार्यों के टेंडर 100 पार्सल : यूपीआई, पीओएस से बुकिंग।
ऐसे करेंगे पेमेंट :
ऑनलाइन, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, रेल कार्ड, ई-वॉलेट, पार्सल डेबिट कार्ड व इसी तरह के अन्य माध्यम से टिकट चेकर को पीओएस मशीनें दी जाएंगी।
खानपान स्टॉलों पर नोट देने की बजाय डेबिट कार्ड से कर सकते हैं पेमेंट, पर भीड़ में असुविधा
इटारसी जंक्शन के 7 प्लेटफाॅर्म पर खानपान स्टॉलों पर यात्री नोट देने की बजाय डेबिट कार्ड दे सकते हैं। इससे पेमेंट लेने में स्टॉल के वेंडर इंकार नहीं कर सकते। एक खानपान स्टॉल संचालक का यह तर्क था कि ई पेमेंट में यह व्यावहारिक कठिनाई यह कि ट्रेन के प्लेटफार्म पर आते ही स्टॉल पर इतनी भीड़ हो जाती है कि इतना समय नहीं रहता कि कार्ड से पेमेंट लिया जाए। यात्री झट रुपए देकर ट्रेन पकड़ना चाहता है। आजकल इलेक्ट्रिक लोको इंजन आने से ट्रेनों के रुकने का समय भी पांच-दस मिनट हो गया है। जिन ट्रेनों में डीजल लोको इंजन इटारसी में चेंज किया जाता है वही ट्रेनें 20-25 मिनट तक रुकती हैं। अगर प्लेटफाॅर्म खाली हो तो डिजिटल पेमेंट लेने में कोई असुविधा नहीं होगी