इंदौर, आकाश धोलपुरे। करवा चौथ (karwa chauth) के अवसर पर 24 अक्टूबर की रात को चांद दिखने के साथ ही देशभर में पत्नियों ने अपने पति की लंबी उम्र की कामना के साथ रखा निर्जल व्रत खोला और पर्व की खुशियों को सेलिब्रेट किया। वहीं इस खुशी के पर्व को देश के दिल यानि मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर (Indore) में अनूठे अंदाज में मनाया गया।
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दरअसल, हम बात कर रहे हैं उस काल कोठरी की जिसमे बंद होने के बाद रात का चांद देखने को नसीब नहीं होता है, लेकिन इंदौर में रविवार रात जो हुआ वो वाकई एक मिसाल के तौर पर देखा जा रहा है। ये मिसाल पेश की गई है इंदौर की सेंट्रल जेल में जहां बंदियों ने करवा चौथ का त्यौहार मनाया। जेल में बंद पति की लंबी आयु के लिये जेल में ही बंद उनकी पत्नियों ने निर्जल व्रत रखा और फिर चांद निकलते ही पूजा कर अपना व्रत भी खोला। हालांकि आपको ये बताना भी जरूरी है कि पति के साथ जेल में सज़ा काट रही पत्नियों के लिए जेल प्रशासन द्वारा विशेष व्यवस्था की गई थीं। जिसके तहत करवा चौथ की रात चांद निकलने पर पूजा का इंतज़ाम किया गया। इस दौरान युवा से लेकर बुजुर्ग दंपत्ति मौजूद रहे। वहीं इस मौके पर जहां पतियों को अपनी पत्नि को देखने की चाहत पूरी हुई तो पत्नियों की आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े।
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केंद्रीय जेल इंदौर की जेल अधीक्षक अलका सोनकर ने बताया कि बंदियों की मांग पर विशेष अनुमति लेकर जेल में सजा काट रहे बंदियों के लिये पूजन का इंतजाम किया गया। वहीं जेल में बंद बंदियों के लिए भी उनकी पत्नियों से मुलाकात करने की व्यवस्था की गई जिनकी पत्नियां बाहर आई थीं। इंदौर की सेंट्रल जेल में मनाए गए करवा चौथ के व्रत की तारीफ हर कोई कर रहा है, क्योंकि कुछ साल पहले से ही जेल में राखी, ईद जैसे पर्व को मनाने को लेकर जेल प्रशासन द्वारा सुरक्षा कारणों के चलते रोक लगाई गई थी लेकिन अब हालात बदल रहे हैं।