शनिवार को इंदौर के पलासिया थाना क्षेत्र के विनोबा नगर में दो पड़ोसियों के विवाद में स्वास्थ्य विभाग की सर्वे टीम भी निशाने पर आ गई। दरअसल, कमल और विनोद बौरासी का विवाद पड़ोस में रहने वाले पा रस बौरासी से चल रहा था। क्षेत्र में पॉजिटिव मरीज मिलने के चलते स्वास्थ्य विभाग की टीम घर घर जाकर सर्वे कर रही थी। सर्वे टीम में शिक्षिका वंदना गढ़वाल,रोहिणी तिवारी और शिल्पी जैन साथ में थी। इनमें वंदना गढ़वाल मोबाइल एप के जरिये लोगो की जानकारी जुटा रही थी तभी विवाद चल रहा था, उसी दौरान पारस बौरासी ने सर्वे टीम के साथ बदतमीजी की और मोबाइल तोड़ डाला। इसके बाद घबराई टीम पलासिया थाने पहुंची और पारस बौरासी के खिलाफ रिपोर्ट लिखवाई।
इसके बाद मौके पर पहुंचे कलेक्टर मनीष सिंह और एडिशनल एसपी जयवीर सिंह पहुंचे और उन्होंने घटना की जानकारी लेने के बाद साफ किया कि सर्वे टीम पर हमला नही किया गया बल्कि आपसी विवाद के बीच वीडियो रिकॉर्डिंग और पुलिस को सूचना देने वाली बात को लेकर मोबाईल तोड़ दिया गया। बावजूद इसके सर्वे टीम को आई परेशानी के चलते धारा 353 के तहत मामला दर्ज किया गया है और आला अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि पुलिस और प्रशासन स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ है।
इधर, सर्वे इंचार्ज डॉ. प्रवीण चौरे का मानना है कि सर्वे टीम पर हमला किया गया था और अब प्रोटेक्शन के बाद ही क्षेत्र में सर्वे किया जाएगा। वही मध्यप्रदेश चिकित्सा अधिकारी महासंघ के महासचिव डॉ. माधव हसानी ने घटना की निंदा कर कहा की आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और अब आम लोगो से अपील की है कि वो स्वास्थ्य विभाग की टीम का सहयोग करे ताकि कोरोना से लड़ा जा सके।
इधर, पलासिया पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए चंद घंटों में ही आरोपी पारस पिता बलराम बौरासी उम्र 29 वर्ष निवासी 55 विनोबा नगर को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पर धारा 353 सहित अन्य धाराओ के तहत मामला दर्ज किया गया है। इधर, एसपी मोहम्मद यूसुफ कुरैशी ने कहा की आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिये पुलिस सख्त रहेगी और स्वास्थ्य विभाग की सुरक्षा में तत्पर रहेगी।