स्पेशल डेस्क रिपोर्ट/इंदौर। राज्य सायबर सेल ने इंदौर से 2 ऐसे शातिरों को अपनी गिरफ्त में लिया जिन्होंने आम जनता और बैंकों को लाखों रुपए की चपत लगाई है। विशेष पुलिस महानिदेशक राजेंद्र कुमार और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मिलिंद कानस्कर के निर्देश पर सायबर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। बताया जा रहा है कि सायबर पुलिस को, अनूप तिवारी नामक फरियादी ने शिकायत की थी कि उसके क्रेडिट कार्ड से बिना जानकारी के 21188 रुपए का फ्रॉड किया गया। इसके बाद भोपाल से मिले निर्देश के बाद हरकत में आई राज्य सायबर सेल की इंदौर झोन की टीम। पुलिस टीम ने सबसे पहले रोररिंग वॉल्फ मीडिया प्रायवेट लिमिटेड के मालिको के घर व ऑफिस पर धावा बोला। पुलिस ने साकेत नगर, साँईकृपा नगर और पलासिया स्थित शेखर सेंटर पर संदिग्धों की तलाशी की और पूछताछ के बाद आरोपी चिराग एलावधी और आरोपी मुकुल कुमार को गिरफ्त में ले लिया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वो एक डिजिटल मार्केटिंग कंपनी चलाते है और कंपनी के जरिये वो सोशल मीडिया के अलग अलग माध्यमों से यूजर्स के लाइक्स और फॉलोअर बढ़ाने का काम करते ह। इस काम के लिए सोशल मीडिया के जिस प्लेटफॉर्म पर विज्ञापन प्रसारित किया जाना होता है उसके लिए सर्विस प्रोवाइडर को भुगतान करना होता है। इसी भुगतान के चक्कर मे वो कभी खुद के खातों से सीधा भुगतान करते थे तो कभी कभी अंडरग्राउंड ऑनलाइन साइट्स से क्रेडिट कार्ड का डाटा सर्च करके व खरीद के उससे पेमेंट करते थे। वही आरोपियों द्वारा अंडरग्राउंड डेबिट व क्रेडिट डाटा खरीदने व बेचने के लिए बिट कॉइन का प्रयोग किया जाता था जिसके चलते आरोपी चिराग और मुकुल ने बिट कॉइन अकाउंट बनाए हुए थे। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वो रशियन हैकर की वेबसाइट से क्रेडिट कार्ड का ऑनलाइन डाटा खरीदकर लोगो के क्रेडिट व डेबिट कार्ड से लाखों उड़ा देते थे। पकड़े गए आरोपियों से पुलिस ने लगभग 700 डेबिट/क्रेडिट कार्ड का डेटा भी जब्त किया है। हालांकि आरोपी बिना ओटीपी के पूरा पैसा उड़ा देते थे लिहाजा बैंक में शिकायत करने के बाद लोगो को हर्जाने के रूप में पूरी राशि रिफंड करना बैंक की जिम्मेदारी होती थी जिसके चलते आरोपियों ने कई बैंकों को लाखों रूपये का चूना लगाया है। जहाँ आरोपी चिराग पिता पवन एलावधी निवासी सूर्या अपार्टमेंट साकेत नगर इंदौर की उम्र 26 वर्ष बताई जा रही है जो मूलतः हरियाणा के हिसार का रहने वाला है। वही इलेक्ट्रिक इंजियनियरिंग की पढ़ाई अधूरी छोड़कर फ्रॉड करने वाला दूसरा आरोपी मुकुल पिता हरिप्रकाश जो कि साकेत नगर के सूर्या अपार्टमेंट ही रहता है उसकी उम्र 19 साल बताई जा रही है और वह मुज्जफरनगर नगर यूपी का रहने वाला है। हालांकि दोनों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में तो आ चुके है लेकिन सायबर पुलिस आम लोगो से अपील कर रही है कि क्रेडिट व डेबिट कार्ड का उपयोग करते समय कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट पर ही उपयोग करना चाहिए वही पब्लिक वाईफाई में कार्ड का उपयोग नही करना चाहिए। इसके साथ ही सायबर पुलिस का मानना है कि हमेशा वेबसाइट पर ताले का निशान व http देखकर ही कार्ड का उपयोग करना चाहिए। इसके अलावा अपरिचित लिंक्स पर ना जाये और सिक्युरिटी ट्रेंड्स व फीचर्स के बारे में उपभोक्ताओं को जानकारी से अपडेट रहना चाहिए इसके अलावा उपभोक्ताओं को कोशिश करनी चाहिए कि वो वर्चुअल क्रेडिट कार्ड नम्बर का उपयोग करे। फिलहाल, इंदौर से हरियाणा और यूपी के रहने वाले दोनों आरोपी तो पकड़ा गए है लेकिन डिजिटल तकनीक की इस दुनिया हर कदम पर कोई चूना लगाने बैठा है लिहाजा सावधानी रखकर ही हमे डेबिट व क्रेडिट कार्ड का उपयोग करना चाहिए।
साइबर पुलिस की बड़ी सफलता, रशियन हैकर से संबंध रखने वाले धरे गए
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