इंदौर। लंबे मंथन के बाद भी बीजेपी अबतक इंदौर से उम्मीदवार का नाम तय नही कर पाई है। रविवार को इसी सिलसिले में लोकसभा स्पीकर और वर्तमान सांसद सुमित्रा महाजन हाईकमान से मिलने दिल्ली पहुंची थी, और अपनी पसंद के कई नाम बताए। रविवार को मीडिया में महापौर मालिनी गौड़ का नाम चर्चा में रहा है। इससे पहले शनिवार को इंदौर से पीएम मोदी के चुनाव लड़ने की अटकलें थी।वही दूसरी तरफ पार्टी द्वारा अबतक नाम ना घोषित करने के बाद पैराशूट प्रत्याशी को टिकट दिए जाने की खबरे जोरों पर है। सुत्रों की माने तो पार्टी इंदौर से पैराशूट उम्मीदवार को उतार सबको चौंका सकती है।
दरअसल, लगातार हो रही टिकट की देरी के चलते रविवार को ताई हाईकमान से चर्चा करने दिल्ली पहुंची।इस दौरान उन्होंने अपनी पसंद शीर्ष नेतृत्व को बताई, हालांकि इंदौर लौटने के बाद ताई कुछ सामाजिक आयोजनों में शामिल हुईं। तब उनके साथ स्थानीय भाजपा नेता भी थे, लेकिन उन्होंने दिल्ली में हुई नेताओं की मुलाकात को लेकर चर्चा नहीं की। उधर, संगठन द्वारा अब तक उम्मीदवार घोषित नहीं किए जाने से इंदौर से कई नेताओं के नाम चल पड़े हैं। इनमें भंवरसिंह शेखावत, शंकर लालवानी, कृष्णमुरारी मोघे आदि शामिल हैं।
वही भाजपा द्वारा झाबुआ-रतलाम लोकसभा सीट पर विधायक जीएस डामोर को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद महापौर मालिनी गौड़ की राह आसान हो गई। संगठन ने तय किया था कि विधायकों को सांसद का चुनाव नहीं लड़ाया जाएगा, लेकिन डामोर की उम्मीदवारी घोषित होने के बाद भाजपा ऐसा प्रयोग शेष सीटों पर भी कर सकती है। इधर, मालिनी गौड़ का कहना है कि संगठन का जो आदेश होगा उसे मैं मानूंगी।वही कैलाश विजयवर्गीय ने भी चुनाव लडने की इच्छा जताई है , हालांकि अंतिम फैसला पार्टी पर छोड दिया है।
सुत्रों की माने तो पार्टी इन सबको दरकिनार कर पैराशूट नेता को भी मौका दे सकती है।लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन के चुनाव लड़ने से इनकार करने और भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की पश्चिम बंगाल में व्यस्तता के बाद इंदौर सीट पर पैराशूट प्रत्याशी के आसार ज्यादा नजर आ रहे हैं। कई सीटों पर बीजेपी बाहरी उम्मीदवारों को उतार चुकी है, ऐसे में कहा जा रहा है कि पार्टी पैराशूट नेता का दांव खेल सकती है|