इंदौर।
लोकसभा चुनाव से पहले नेताओं की बयानबाजी जोरों पर है। नेता बोलने से पहले यह भी नही सोच रहे है कि वे किन शब्दों और भाषा का प्रय़ोग कर रहे है।बयानबाजी के चलते आपत्तिजनक शब्दों का तक इस्तेमाल किया जा रहा है। ताजा मामला इंदौर से सामने आया है, जहां एक भाजपा नेता ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और गुना सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी। नेता के बयान के बाद कांग्रेस भी हमलावर हो चली है और इसे बीजेपी की मानसिकता बता रही है।
दरअसल, लोकसभा स्पीकर और इंदौर सांसद सुमित्रा महाजन के पत्र के बाद सियासत गर्मा गई है। नेता लगातार महाजन को मनाने में जुटे हुए है। शनिवार को भी नेताओं के साथ भाजपा प्रवक्ता उमेश शर्मा भी वहां पहुंचे थे।इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उनकी जुबान फिसल गई और उन्होंने कांग्रेस नेताओं को कुत्ता-बिल्ली करार दिया है। शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए बयान दिए।
उमेश शर्मा से पूछा गया कि कांग्रेस के नेता आरोप लगा रहे हैं कि आडवाणी और सुमित्रा महाजन जैसे वरिष्ठ नेताओं को टिकट से वंचित कर भाजपा उन्हें अपमानित कर रही है? इस पर उमेश शर्मा ने कहा कि हमें कुत्ते-बिल्लियों की सलाह लेने की जरूरत नहीं है। इससे आगे बढ़ते हुए शर्मा ने कहा कि दिग्विजय सिंह के गले में भोपाल का टिकट देकर ढाई फीट का जो फंदा फंसा दिया है। दिग्विजय खुद ही समझने की कोशिश कर रहे हैं कि इसमें आखिरी गठान किसने मारी है, कमलनाथ ने या ज्योतिरादित्य सिंधिया ने। अब ज्योतिरादित्य का नारा पकड़कर दिग्विजय सिंह उन्हें इंदौर लाने में लगे हैं।
उमेश शर्मा की बदजुबानी पर कांग्रेस के नेताओं ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि शर्मा का बयान दरअसल भाजपा की मानसिकता प्रदर्शित करता है। शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने कहा कि भाजपा नेताओं के संस्कार में ही धोखा देना और बदतमीजी शामिल है। ये लोग तो जनता के साथ अपने ही बुजुर्ग नेताओं को भी मन ही मन ऐसी ही गालियां देते हैं। संस्कारों का आडंबर कर जनता को ठगते हैं। असल में इनका चरित्र इसके उलट है। जनता अब इन्हें समझ चुकी है। कांग्रेस इनके स्तर पर गिरकर बयानों से इनका जवाब नहीं देगी, बल्कि जनता से चुनाव में इन्हें जवाब देने की अपील करेगी।