क्राइम ब्रांच की कार्रवाई, इंदौर और उज्जैन में आपाराधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले बदमाश को किया गिरफ्तार

आरोपी के मामले में जानकारी देते हुए डीसीपी आदित्य मिश्रा द्वारा बताया गया कि खजराना पुलिस और क्राइम ब्रांच द्वारा संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए अकील पिता इम्तियाज शेख उम्र 28 साल दौलत बाग खजराना के रहने वाले आदतन बदमाश को पकड़ा गया है।

Shashank Baranwal
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Indore

Indore News: मध्य प्रदेश से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां दो जिलों में इंदौर और उज्जैन में आपाराधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले 28 वर्षीय आदतन बदमाश को क्राइम ब्रांच की तरफ से गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि न्यायालय से रिहा होने के बाद जमानत पर रिहा होने के बाद वह दोबारा से आपराधित वारदातों को अंजाम देने लगा था। बदमाश के ऊपर हत्या, लूट और वहान चोरी सहित कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।

9 साल पहले उज्जैन में पिस्टल लूट की घटना को दिया अंजाम

आरोपी के मामले में जानकारी देते हुए डीसीपी आदित्य मिश्रा द्वारा बताया गया कि खजराना पुलिस और क्राइम ब्रांच द्वारा संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए अकील पिता इम्तियाज शेख उम्र 28 साल दौलत बाग खजराना के रहने वाले आदतन बदमाश को पकड़ा गया है जिस पर उज्जैन और इंदौर जिले के विभिन्न स्थानों पर कई गंभीर अपराध दर्ज हैं तो वही 9 साल पहले उज्जैन के नानाखेड़ा पुलिस थाने में पिस्टल लूट की घटना को भी अंजाम दे चुका था। वहीं हत्या सहित लूट मामले में बदमाश को आजीवन कारावास की सजा हुई थी लेकिन जमानत पर बाहर आने के बाद दोबारा से आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने लगा था। इसके बाद पुलिस ने दोबारा से कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार किया है।

इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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