इंदौर, आकाश धोलपुरे। शनिवार को इंदौर (Indore) में देश की पहली महिला प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) की पुण्यतिथि पर प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh उन्हें श्रद्धांजलि देने नवलखा स्थित इंदिरा प्रतिमा पर पहुँचे। जहाँ बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने देश की पूर्व प्रधानमंत्री को याद कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस दौरान कांग्रेस के कद्दावर नेता दिग्विजय सिंह ने मीडिया से बात करते चुनाव आयोग के फैसले को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि EC का जो आदेश हुआ है वो चौंकाने वाला है।
उन्होंने कहा कि कमलनाथ जी (Kamal Nath) द्वारा डबरा में द्वारा दिये गए एक वक्तव्य का जबाव मांगा गया। 21 अक्टूबर का वक्तव्य था और 48 घण्टे का उन्हें नोटिस दिया गया और 48 घण्टे में कमलनाथ जी ने अपना जबाव दे दिया और 26 अक्टूबर को केंद्रीय चुनाव आयोग (Election Commission) ने उन्हें एक एडवायजरी देकर भाषा को सयंमित रखने के लिए कहा और ये बात समाप्त हो गई। अब चुनाव आयोग के कल के निर्णय में कमलनाथ जी के 13 अक्टूबर के भाषण का उल्लेख करके उनको स्टार प्रचारक की सूची से अलग कर दिया। इसके बाद दिग्विजयसिंह ने कहा कि स्टार प्रचारकों की सूची से अलग कर दिया जबकि स्टार प्रचारक की सूची (Star Promotional List) का अधिकार राजनैतिक दलों(Political Parties) का है केंद्रीय चुनाव आयोग का नही है।
EC ने अपने निर्देश, गाइडलाइन और उनकी मान्यताओं का भी उल्लंघन किया है वही उन्होंने सवाल उठाया कि कमलनाथ जी ने जो कुछ कहा है उससे ज्यादा गम्भीर और उससे ज्यादा भद्दी बाते कमलनाथ जी के खिलाफ शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया, कैलाश विजयवर्गीय और वीडी शर्मा ने कही है उनको नोटिस क्यों नही दिया गया उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नही कि गई, ये दोहरा मापदंड उचित नही है। उन्होंने कहा कि मैं बहुत सम्मान करता हूँ केंद्रीय चुनाव आयोग का और उन्होंने हमारी शिकायतों पर कार्रवाई भी की है इसके लिए उनका धन्यवाद लेकिन उनका ये स्टार प्रचारक वाला निर्णय निराधार है और इसको लेकर हमने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में चैलेंज कल रात में ही कर दिया है।
कांग्रेस के पक्ष में आएंगे नतीजे, पूरे प्रदेश में मनेगी दिवाली
वही कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई के मामले में दिग्विजय सिंह ने कहा BJP के पास इसके अलावा कुछ नही है क्योंकि जनता उनसे अलग हो चुकी है, जनता उनके साथ है नही और जनता चुनाव लड़ रही है। बीजेपी और शिवराज सरकार पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि कितने कांग्रेसियों को बंद करोगे, कर दो। लेकिन, 28 विधानसभा क्षेत्रों में 10 नवम्बर को जो नतीजे आएंगे उस दिन पूरा मध्यप्रदेश दिवाली (Diwali) मनाएगा कांग्रेस के पक्ष में जाकर।
35 से 50 करोड़ रुपए किसने लिए है
वही बीजेपी द्वारा कांग्रेस को गद्दार बताये जाने के सवाल पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि ठीक है ना मैंने कोई गद्दारी की है तो मुझे स्वीकार है अरे गद्दारी तो उन्होंने की है जो चुने गए हाथ के पंजे पर और अब लड़ रहे है कमल के फूल पर, ये गद्दारी उन्होंने की है कि मैंने की है। इस सवाल को उठाते हुए दिग्गी ने इंदौर में कहा 35 से 50 करोड़ रुपए किसने लिए है ये गद्दारी उन लोगो ने की है जो बिक गए है।
अभद्र भाषा के प्रयोग पर निंदा करता हूं
वही सिंधिया द्वारा दिए जा रहे छोटे भैया बड़े भैया वाले बयान के सवाल पर दिग्विजयसिंह ने कहा कि मेरी मोटी चमड़ी हूं मुझे फर्क नही पड़ता है। वही राजनीति में अभद्र भाषा के प्रयोग के सवाल पर दिग्गी ने कहा कि मैं इसकी निंदा करता हूँ और उन्होंने गेंद बीजेपी के पाले में डालते हुए कहा कि इससे बीजेपी का चाल, चरित्र और चेहरा उजागर हुआ है।
चरण यादव पर कोई केस नही, 10 हजार का इनाम घोषित कर दिया
वही सरकारी मशीनरी का चुनाव में दुरुपयोग खुले रूप से होने का आरोप लगाते हुए दिग्गी ने कहा कि छतरपुर का उदाहरण दिया और कहा कि वहां समाजवादी पार्टी से कांग्रेस में 15 दिन पहले शामिल हुए चरण यादव पर झूठा प्रकरण दर्ज कर दिया गया है जबकि चरण यादव पर कोई केस ही नही है लेकिन उसके खिलाफ मुकदमा दायर कर दिया। जिस दिन मुकदमा दायर हुआ उस दिन उसके खिलाफ 10 हजार का इनाम घोषित कर दिया और शाम होते होते इनाम की राशि 50 हजार कर दी गई जबकि उस पर कोई केस नही है वही दूसरी तरफ मैंने नामजद लोगो की शिकायत की जिनके खिलाफ कोर्ट का वारंट है और वो खुलेआम गुंडागर्दी कर रहे है, कांग्रेसियों की गाड़ी तोड़ रहे है और कांग्रेसियों के घर मे घुसकर में उनके साथ मारपीट कर रहे है और ऐसे लोगो के खिलाफ पुलिस मौन है, उन्होंने बताया कि ये मुरैना की घटना है।
कैलाश विजयवर्गीय से नही सीखना सनातन धर्म
वही शुक्रवार को बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) द्वारा राम मंदिर पर आने के लिए पीले चांवल दिए जाने की बात को लेकर पूर्व सीएम दिग्विजयसिंह ने कहा कि उनसे सनातन धर्म नही सीखना है और मैं दीक्षित शिष्य हूँ परम श्रद्धयेय स्वामी स्वरूपानंद जी महाराज जगत गुरु शंकराचार्य जी का। वही विजयवर्गीय पर तंज कसते हुए दिग्गी ने अंत मे कहा कि कलाकार तुम अपना सनातन धर्म अपने पास रखो।