इंदौर, स्पेशल डेस्क रिपोर्ट। इंदौर क्राइम ब्रांच ने दो दिन पहले नकली ऋण पुस्तिका (loan book) बनाकर न्यायालय (court) में फर्जी जमानत (fake bail) देने वाले गिरोह के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। आरोपी ऋण पुस्तिका (loan book) का इस्तेमाल फर्जी तरीके से जमानत करवाने में करते थे। इससे पहले पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि, इंदौर की कई प्रिंटिंग प्रेस (printing press)में जमानत के फर्जी दस्तावेज छपवाते थे, जिसको लेकर इंदौर क्राइम ब्रांच ने देर रात इंदौर के सिख मोहल्ला और मल्हार पलटन स्थित अलग – अलग प्रिंटिंग प्रेस पर छापा मारकर कर प्रिंटिंग प्रेस के संचालको को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है।
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वही डीसीपी क्राइम (DCP crime ) निमिष अग्रवाल ने बताया कि गिरोह के सरगना प्रकाश चावड़ा को जेल से क्राइम ब्रांच ने रिमांड पर लिया था और प्रकाश ने ही प्रिंटिंग प्रेस पर फर्जी ऋण पुस्तिका छपवाई थी। फर्जी ऋण पुस्तिका से ही प्रकाश ने फर्जी तरीके से पिछले 15 सालों में करीब 40 से 50 हजार लोगों की 12% के कमीशन पर जमानत करवाई है। डीसीपी क्राइम ब्रांच द्वारा अलग – अलग टीमें बनाकर इंदौर शहर में जगह – जगह कार्रवाई की जा रही है, जिसमे आने वाले दिनों में और भी कई बड़े खुलासे की उम्मीद पुलिस द्वारा भी जताई जा रही है।