Indore Law College : इंदौर शासकीय लॉ कॉलेज प्रकरण को लेकर जांच समिति गठित की गई है। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव के निर्देश पर सात सदस्यीय जांच समिति बनाई गई है, जिसमें दो अतिरिक्त संचालक शामिल हैं। ये समिति विद्यार्थियों की शिकायत की जांच करेगी और तीन दिनों में अपनी रिपोर्ट देगी।
पिछले कुछ दिनों से इंदौर लॉ कॉलेज में उठा विवाद ठंडा होने का नाम नहीं ले रहा। इस मामले में प्राचार्य इनामुर रहमान के इस्तीफे के बाद लेखिका डॉ. फरहत खान सहित चार लोगों पर मामला दर्ज कर लिया गया है। वहीं गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा भी पहले ही इंदौर कमिश्नर को मामले की जांच के आदेश दे चुके हैं। किताब में हिंदू धर्म को लेकर लिखी गई बातों पर एबीवीपी, आरएसएस, वीएचपी सहित छात्र भी बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं। इसे लेकर आज गृहमंत्री ने कहा कि विवादित पुस्तक की लेखिका डॉ.फरहत खान की पीएचडी की डिग्री वापसी के लिए कार्रवाई होगी। वहीं लेखिका और प्रकाशक की गिरफ्तारी के लिए भी टीमें गठित कर दी गई है। इस मामले में लेखिका डॉ. फरहत खान, प्रिंसिपल इनामुर रहमान, प्रोफेसर डॉ. मिर्जा मोजिज और अमर लॉ पब्लिकेशन के प्रकाशक के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
बता दें कि बता दें कि शासकीय विधि महाविद्यालय में छह प्रोफेसरों द्वारा संप्रदाय विशेष के खिलाफ विद्यार्थियों को भड़काने का आरोप है। इस मामले में कॉलेजी की लायब्रेरी में विवादित पुस्तक मिली है जिसकी लेखिका डॉ. फरहत खान है। किताब का शीर्षक ‘सामूहिक हिंसा एवं दांडिक न्याय पद्धति’ है और इसमें काफी विवादास्पद बातें लिखी गई हैं। पुस्तक में हिंदू समुदाय को टार्गेट करते हुए ऐसी की बातें लिखी है, जिससे धार्मिक उन्माद फैल सकता है। ये मामला लगातार गरमा रहा है और इसे लेकर कॉलेज में बड़े स्तर पर प्रदर्शन भी हो चुका है।