इंदौर। कहते है अगर कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो कोई भी काम नामुमकिन नहीं है। कुछ इसी तरह की मिसाल पेश की है इंदौर के देवास नाका क्षेत्र में रहने वाले पेट्रोल पंप कर्मचारी मनोज सिंह के बेटे प्रदीप ने। प्रदीप ने यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा- 2018 में ऑल इंडिया 93वीं रैंक हासिल की है। वही राजस्थान के कनिष्क टाॅपर बने है और भोपाल की सृष्टि महिलाओं में अव्वल रही है।
खास बात ये है कि डीएवीवी के इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज से 2017 में बीकॉम ऑनर्स की पढ़ाई पूरी करने वाले प्रदीप ने फर्स्ट अटेंप्ट में ही यह परीक्षा पास की है। प्रदीप ने कुछ समय पहले दिल्ली में कोचिंग भी की थी। परिवार में दो भाई और मां अनीता हैं। प्रदीप के पिता मनोज सिंह निरंजनपुर, देवास नगर, डायमंड पेट्रोल पंप पर पेट्रोल भरने का काम करते हैं, मम्मी अनीता देवी घर संभालती हैं और बड़ा भाई संदीप प्राइवेट सेक्टर में काम करता है। प्रदीप ने बताया कि पिता की मेहनत और मां के विश्वास से यह जीत मिली है।पापा बारिश में भीगते हुए भी काम करते थे , उनके पैरों में दर्द हो जाता था खड़े -खड़े लेकिन वो किसी चीज़ की चिंता नही करते थे, मम्मी मेरे लिए सुबह 5 बजे उठकर खाना बनाती थी और जब मेरे एग्जाम के दौरान वो अस्पताल में एडमिट हुईं तो किसी ने मुझे ये सोच कर नहीं बताया कि कहीं मेरा पेपर ना खराब हो जाए।
अब तक परिवार किराए के मकान में ही रहता है। इसके अलावा मां अनीता ने अपने गहनों को गिरवी रखा और पढ़ाई जारी रखने की प्रेरणा दी। दिल्ली जाते वक़्त प्रदीप ने मां को भरोसा दिलाया था कि उसका चयन जरूर होगा और हुआ भी।माता-पिता की उम्मीदों पर प्रदीप खरे उतरे, प्रदीप ने इसका पूरा श्रेय मां-पिता को दिया है।
इनका कहना है
बचपन से ही सपना था कि कुछ कर दिखाऊं। जब बीकॉम ऑनर्स में एडमिशन लिया था, तभी से सपना था कि कुछ बनना है और आज वो सपना सच हुआ। मेरी कोशिश है कि अपनी इस छोटी सी सफलता से माता-पिता के संघर्ष को कम कर सकूं।
प्रदीप सिंह, विद्यार्थी
मेरे लिए आज का दिन कभी नहीं भूलने वाला दिन है। कुछ साल पहले मैंने इसकी कल्पना भी नहीं की थी कि बेटा देश में नाम रोशन करेगा। मैं बहुत खुश हूं। आशीर्वाद देता हूं बेटा यूं ही आगे बढ़ता रहे, परिवार और प्रदेश का नाम रोशन करे।
मनोज सिंह, प्रदीप के पिता , इंदौर