इंदौर पुलिस ने 50 पैसे का फरार इनामी आरोपी को किया गिरफ्तार, जाँच में जुटी पुलिस

दो वर्ष पूर्व हीरानगर थाना क्षेत्र में हुए अनिल दीक्षित हत्याकांड के आरोपी रहे एक बदमाश ने हत्याकांड के चश्मीद गवाह को राजीनामे को लेकर धमकाने के मामले में गिरफ़्तार किया है।

Amit Sengar
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Indore News : कुछ दिनों पूर्व गवाह को धमकाने ओर कोर्ट में अपने बयान बदलने के लिए डराने धमकाने वाले हत्याकांड के मुख्य आरोपी पर 50 पैसे का इनाम पुलिस ने घोषित किया था जिसे पुलिस द्वारा गांधीनगर इलाके से पकड़ने में सफलता हासिल की है डीसीपी जोन वन के अनुसार आरोपी को शरण देने वाले को भी आरोपी बनाया है, बता दे कि दो वर्ष पूर्व हीरानगर थाना क्षेत्र में हुए अनिल दीक्षित हत्याकांड के आरोपी रहे एक बदमाश ने हत्याकांड के चश्मीद गवाह को राजीनामे को लेकर धमकाने के मामले में गिरफ़्तार किया है।

पकड़े गए 50 पैसे के इनामी आरोपी को लेकर डीसीपी विनोद मीणा ने बताया कि थाना मल्हारगंज में मामले में प्रकरण दर्ज किया गया था और उसी प्रकरण में आरोपी पर इनाम घोषित किया था दो वर्ष पहले हुए बहुचर्चित अनिल दीक्षित हत्याकांड के गवाह को धमकाने के मामले में फरार बदमाश बिट्टू गौड़ को गिरफ्तार किया गया है हत्याकांड के आरोपी पर मल्हारगंज थाना पुलिस ने फरियादी की शिकायत पर मामला दर्ज़ किया था बिट्टू गौड़ फरार चल रहा था जिस पर पुलिस ने 50 पैसे का ईनाम भी घोषित किया था।

जाँच में जुटी पुलिस

मंगलवार को सूचना मिलने पर मल्हारगंज थाना पुलिस ने गांधीनगर थाना क्षेत्र के एक मकान पर दबिश दी और बदमाश को पकड़ा गया वही बदमाश को शरण देने वाले को भी पुलिस ने आरोपी बनाया है। पकड़े गए बदमाश बिट्टू गौड़ के सोशल मीडिया एकाउंट को चेक किया गया तो बदमाश तांडव गैंग मस्तानों की टोली सहित अन्य गैंग से जुड़ा होना पाया गया वही अनिल दीक्षित गैंग और पकड़े गए बदमाश बिट्टू गौड़ के ऑपोजिट काम करने वाली भी एक गैंग सामने आई है ये सभी गैंग इंदौर के एरोड्रम थाना क्षेत्र से ऑपरेट करती है अब पुलिस द्वारा इन सभी गैंग की जानकारी निकाली जा रही है।
इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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