इंदौर पुलिस का अनोखा प्रयास, नुक्कड़ नाटक, पोस्टर के माध्यम से दिया साइबर फ्रॉड और डिजिटल ठगी से बचने के संदेश

साइबर फ्रॉड और डिजिटल ठगी जैसी घटनाओं से लोगों को जागरूक करने के लिए पुलिस विभिन्न स्थानों पर जाकर लोगों को इनसे बचाव के तरीके समझा रही है वहीं नुक्कड़ नाटकों के जरिए संदेश भी दे रही है।

Amit Sengar
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Indore Police : मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में बढ़ते लगातार साइबर फ्रॉड को लेकर पुलिस जागरूकता अभियान चला रही है। जिसे लेकर पुलिस अलग-अलग स्थानों पर जाकर पंपलेट और बैनर पोस्टर बांट रही है ताकि आम लोगों में जागरूकता आ सके इसी कड़ी में क्राइम ब्रांच की टीम आज सेंट्रल मॉल पहुंची और वहां आने वाले लोगों को पोस्टर बांटे, और मोके पर मौजूद डीसीपी ओर एडिशनल डीसीपी ने मौजूदा आमजन को मौखिक समझाइश भी दी।

बता दें कि शहर में लगातार बढ़ते डिजिटल अरेस्ट साइबर फ्रॉड बढ़ रहे हैं जिसका नतीजा यह हो रहा है कि आम लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं जिसमें हम डिजिटल अरेस्ट है जिसमें पुलिस अधिकारी आईबी अधिकारी क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर लोगों के साथ वीडियो कॉल कर ठगी की वारदात को अंजाम दिया जा रहा है

पुलिस ने जारी किए पोस्टर

सामने आ रहे इन मामलो को लेकर क्राइम ब्रांच द्वारा शहर के अलग-अलग प्रमुख चौराहे पर आम लोगों में जागरूकता लाने के लिए पंपलेट बांटी जा रही है जिसमें अलग-अलग कई बिंदु दे रखे हैं जिसमें साइबर फ्रॉड से कैसे बचा जाए और अगर आपके साथ ऐसा फ्रॉड होता है या कॉल आता है तो उसमें डरने की आवश्यकता नहीं है साथ ही ऐसे कॉल्स आने पर तुरन्त पुलिस को सूचना देने की समझाइश दी।

पुलिस ने जारी किए साइबर हेल्पलाइन नंबर

डीसीपी क्राइम ने कहा कि डिजिटल अरेस्ट जैसा कोई प्रावधान होता नहीं है और कोई पुलिस अधिकारी ऐसे डिजिटल अरेस्ट नहीं कर सकता तो ऐसे ठगो से बचकर रहना चाहिए पुलिस का यही उद्देश्य है कि होने वाले साइबर फ्रॉड से बचने के लिए पुलिस का यह जागरूकता अभियान लगातार जारी रहेगा वहीं पुलिस ने साइबर हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए है।
इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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